अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की है। दौरान ट्रंप ने पीएम मोदी से पूछा कि क्या वह कनाडा से लौटते समय अमेरिका में रुक सकते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री ने पूर्व निर्धारित व्यस्तताओं के कारण ऐसा करने में अपनी असमर्थता व्यक्त की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी7 शिखर सम्मेलन के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बातचीत की है। दरअसल, ट्रंप इजरायल-ईरान संघर्ष के कारण पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने के बीच जी7 शिखर सम्मेलन के लिए कनाडा के कनैनिस्किस की अपनी यात्रा को बीच में ही छोड़कर मंगलवार सुबह वाशिंगटन लौट आए थे। ऐसे में उन्होंने पीएम मोदी से फोन पर ही बात करने का फैसला किया था। इस दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी से पूछा कि क्या वह कनाडा से लौटते समय अमेरिका में रुक सकते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री ने पूर्व निर्धारित व्यस्तताओं के कारण ऐसा करने में अपनी असमर्थता व्यक्त की।
मुनीर ने ट्रंप के लिए नोबेल पुरस्कार की मांग की – व्हाइट हाउस की प्रवक्ता अन्ना केली ने कहा कि ट्रंप मुनीर की मेजबानी करेंगे, क्योंकि उन्होंने (मुनीर ने) भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध को रोकने के लिए राष्ट्रपति को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित करने का आह्वान किया है।
ट्रंप ने गलत समय पीएम मोदी को दिया न्योता? – ट्रंप ने पीएम मोदी को व्हाइट हाउस आने का न्योता तब दिया, जब पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर अमेरिका में ही हैं। आज भारतीय समयानुसार रात 10 बजे के करीब डोनाल्ड ट्रंप असीम मुनीर के साथ दोपहर का भोजन भी करेंगे। मुनीर को यह निमंत्रण वाशिंगटन द्वारा किसी सेवारत पाकिस्तानी सेना प्रमुख को दिया गया एक दुर्लभ संकेत माना जा रहा है। अयूब खान, जिया उल-हक और परवेज मुशर्रफ जैसे पाकिस्तानी सेना प्रमुखों को इस तरह के निमंत्रण मिलने के कई उदाहरण हैं, लेकिन वे राष्ट्रपति के पद पर भी थे। पाकिस्तान जनरल मुनीर को व्हाइट हाउस का निमंत्रण मिलने को एक बड़ी कूटनीतिक जीत के रूप में पेश कर रहा है।
Home / News / मोदी को अमेरिका क्यों बुला रहे थे ट्रंप? अमेरिका की ‘नोबेल’ वाली चाल का खुलासा, बाल-बाल बचा भारत!