
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स के बीच हुई चर्चा में स्वास्थ्य सेवाओं से लेकर तकनीकी उत्पादकता और जलवायु परिवर्तन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित । पीएम मोदी ने बताया कि भारत ने तकनीकी क्रांति के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर बताया कि उन्होंने देश में 2 लाख आरोग्य मंदिर बनाए हैं जिससे स्वास्थ्य सेवाओं को तकनीक से जोड़ा गया है। उन्होंने यह भी उजागर किया कि उनका लक्ष्य है 3 करोड़ लखपति दीदी बनाना।
बिल गेट्स ने इस मौके पर कहा कि भारत डिजिटल सरकार की तरह है और यह तकनीक को अपना रहा है। उन्होंने संसद में तकनीकी उपयोग के महत्व को बताया और भारत को इस मामले में विश्वासनीय उदाहरण के रूप में प्रशंसा की। प्रधानमंत्री मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन के पहले व्यापक चर्चा की जिससे कई महत्वपूर्ण मोड़ आए। उन्होंने कहा कि अब उन्होंने जी20 के मूल उद्देश्यों को प्राथमिकता दी और उन्हें मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया जा रहा है। यह चर्चा देश के लिए महत्वपूर्ण है और इससे भारत की तकनीकी उन्नति और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होने की उम्मीद है।
नमो ड्रोन दीदी स्कीम – बिल गेट्स से चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने नमो ड्रोन दीदी के बारे में भी बात की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘जब दुनिया में डिजिटल डिवाइड के बारे में सुनता था तो मैं अक्सर यह सोचता था कि मैं अपने देश में ऐसा नहीं होने दूंगा। सार्वजनिक डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर अपने आप में बड़ी आवश्यकता है।’ तकनीक को अपनाने के मसले पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि महिलाएं नई तकनीक को अपनाने में ज्यादा सहज हैं। उन्होंने आगे कहा, ‘मैंने नमो ड्रोन दीदी स्कीम शुरू की। यह योजना काफी सफल हो रही है। मैं आजकल इनसे (ड्रोन का इस्तेमाल करने वाली महिलाएं) बात कर रहा हूं…वे बहुत खुश हैं। उन्होंने बताया कि पहले वह साइकिल तक चलाना नहीं जानती थीं, अब वह पायलट बन गई हैं और ड्रोन उड़ा रही हैं। इस तरह मानसिकता बदल गई।’
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