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कोरोना के नए स्ट्रेन से दुनिया में दहशत, ऑक्सफर्ड एस्ट्राजेनेका का दावा- हमारी वैक्सीन इसके खिलाफ भी कारगर


ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के मिलने के बाद संक्रमण के मामलों में अचानक आई तेजी से दुनियाभर के देश हैरान है। अब यह स्ट्रेन फ्रांस, कनाडा, स्पेन, जॉर्डन और जापान तक पहुंच चुका है। इस बीच एस्ट्राजेनेका के सीईओ पास्कल सोरियट ने दावा किया है कि उनकी वैक्सीन कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के खिलाफ भी कारगर होगी। उनकी कंपनी ब्रिटेन की ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर कोरोना वायरस की वैक्सीन बना रही है।
नए स्ट्रेन के खिलाफ भी वैक्सीन के कारगर होने का दावा : एक इंटरव्यू में कंपनी के सीईओ ने कहा कि कोरोना वायरस के अति संक्रमण वाले नए स्ट्रेन के खिलाफ भी उनकी वैक्सीन कारगर होनी चाहिए। भारत में ऑक्सफर्ड एस्ट्राजेनेका वैक्सीन ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साथ टाइअप किया है। माना जा रहा है कि इस वैक्सीन को गुरुवार तक ब्रिटिश सरकार की मंजूरी मिल जाएगी। जिसके बाद जल्द से जल्द लोगों तक वैक्सीन पहुंचाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
सीईओ बोले- 100 फीसदी सुरक्षा देगी वैक्सीन : एस्ट्राजेनेका के सीईओ ने आश्वस्त करते हुए कहा कि उनकी वैक्सीन कोरोना के खिलाफ 100 फीसदी सुरक्षा उपलब्ध करवाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि ट्रायल के नतीजों में उनकी वैक्सीन ने फाइजर-बायोएनटेक की 95 फीसदी और मॉडर्ना की 94.5 फीसदी के बराबर की प्रभावकारिता को पाया है। उन्होंने कहा कि हमें लगता है कि दो खुराक के बाद कैसे प्रभावकारिता को पाया जा सकता है उसका फार्मूला हमने पा लिया है।
कमरे के तापमान पर रखी जा सकती है ऑक्सफर्ड की वैक्सीन : ब्रिटेन में अबतक 1 लाख 40 हजार लोगों को फाइजर बायोएनटेक की कोरोना वायरस वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। इस वैक्सीन को माइनस 70 डिग्री के तापमान पर रखने की जरूरत होती है। जबकि, ऑक्सफर्ड की कोरोना वायरस वैक्सीन को कमरे के तापमान पर भी रखा जा सकता है। ऐसे में इस वैक्सीन की मांग और इसे दूर दराज के इलाकों तक लेकर जाने में काफी सहूलियत होने वाली है।
ऑक्सफर्ड वैक्सीन को जल्द नहीं मिली मंजूरी तो होगी मुश्किल : वहीं ब्रिटेन के पूर्व स्वास्थ्य सचिव जेरेमी हंट ने शनिवार को दावा किया कि फाइजर वैक्सीन की उपलब्ध खुराक जनवरी में खत्म जाएगी और मार्च तक कोई अन्य शिपमेंट नहीं आ पाएगा। इसका सीधा साअर्थ है कि ब्रिटेन में अगर जल्दी कोरोना की दूसरी वैक्सीन नहीं आती है तो टीकाकरण कार्यक्रम रुक सकता है। हालांकि, फाइजर के प्रवक्ता ने जेरेमी हंट के इस दावे को खारिज करते हुए कहा है कि उनकी वैक्सीन की डिलिवरी तय समय पर की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि ब्रिटेन को मार्च से पहले ही नई शिपमेंट मिल जाएगी।
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन में क्रिसमस के तुरंत बाद ऑक्सफर्ड की कोरोना वायरस वैक्सीन को मंजूरी दी जा सकती है। ब्रिटेन के मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट रेगुलेटरी एजेंसी (MHRA) इस वैक्सीन को 28 या 29 दिसंबर को मंजूरी दे सकता है। यह एजेंसी ऑक्सफर्ड के वैज्ञानिकों के अंतिम आंकड़ों का इंतजार कर रहे हैं। माना जा रहा है कि ये आंकड़े इनको सोमवार को सौंप दिए जाएंगे।
ब्रिटेन में अबतक 1 लाख 40 हजार लोगों को फाइजर बायोएनटेक की कोरोना वायरस वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। इस वैक्सीन को माइनस 70 डिग्री के तापमान पर रखने की जरूरत होती है। जबकि, ऑक्सफर्ड की कोरोना वायरस वैक्सीन को कमरे के तापमान पर भी रखा जा सकता है। ऐसे में इस वैक्सीन की मांग और इसे दूर दराज के इलाकों तक लेकर जाने में काफी सहूलियत होने वाली है।
वहीं ब्रिटेन के पूर्व स्वास्थ्य सचिव जेरेमी हंट ने शनिवार को दावा किया कि फाइजर वैक्सीन की उपलब्ध खुराक जनवरी में खत्म जाएगी और मार्च तक कोई अन्य शिपमेंट नहीं आ पाएगा। इसका सीधा साअर्थ है कि ब्रिटेन में अगर जल्दी कोरोना की दूसरी वैक्सीन नहीं आती है तो टीकाकरण कार्यक्रम रुक सकता है। हालांकि, फाइजर के प्रवक्ता ने जेरेमी हंट के इस दावे को खारिज करते हुए कहा है कि उनकी वैक्सीन की डिलिवरी तय समय पर की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि ब्रिटेन को मार्च से पहले ही नई शिपमेंट मिल जाएगी।
ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्रालय नेशनल हेल्थ सर्विस ने ऑक्सफर्ड को 10 करोड़ वैक्सीन की डोज बनाने का ऑर्डर पहले ही दे दिया है। टेलिग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार, अगर ब्रिटेन में ऑक्सफर्ड की कोरोना वायरस वैक्सीन को दिसंबर में अनुमति दे दी जाती है तो देश के सभी फुटबाल और क्रिकेट के मैदानों को जनवरी के पहले हफ्ते में खोला जा सकता है।
ब्रिटेन के मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट रेगुलेटरी एजेंसी के प्रवक्ता ने कहा है कि ‘ऑक्सफर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर हमारी समीक्षा अब भी जारी है। टीके को मंजूरी देने के लिए हमारी प्रक्रिया यह सुनिश्चित करने के लिए डिजाइन की गई है कि कोई भी अधिकृत कोरोना वायरस वैक्सीन सुरक्षा, गुणवत्ता और प्रभावशीलता के अपेक्षित उच्च मानकों को पूरा करता हो।
ब्रिटेन ने ऑक्सफर्ड को दिया 10 करोड़ वैक्सीन बनाने का ऑर्डर
ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्रालय नेशनल हेल्थ सर्विस ने ऑक्सफर्ड को 10 करोड़ वैक्सीन की डोज बनाने का ऑर्डर पहले ही दे दिया है। टेलिग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार, अगर ब्रिटेन में ऑक्सफर्ड की कोरोना वायरस वैक्सीन को दिसंबर में अनुमति दे दी जाती है तो देश के सभी फुटबाल और क्रिकेट के मैदानों को जनवरी के पहले हफ्ते में खोला जा सकता है।