हर बच्चे की पर्सनैलिटी अलग होती है। कोई बच्चा पढ़ाई में इंटेलिजेंट होता है, तो कोई स्पोर्ट्स में आगे होता है। इसी तरह बच्चे के बिहेवियर में भी भिन्नता देखी जाती है। आप देखेंगे कि आपका एक बच्चा अपने काम खुद कर लेता है और उसे किसी की मदद की जरूरत नहीं पड़ती है जबकि आपका दूसरा बच्चा थोड़ा चिपकू स्वभाव का है। उसे हर बात आपसे पूछकर करनी होती है, वो जहां भी जाता है, बस आपसे ही चिपका रहता है। बच्चों में चिपकू व्यवहार कई वजहों से होता है जैसे कि असुरक्षा की भावना, अलग होने का डर या कोई सदमा। पैरेंट्स को बच्चे के इस बिहेवियर की जड़ के बारे में जानने की कोशिश करनी चाहिए। इस बिहेवियर से बच्चे की ग्रोथ पर असर पड़ सकता है और जीवन में कुछ अहम लाइफ स्किल्स जैसे कि आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास में पीछे रह सकता है।
बच्चों के चिपकू होने के कारण – कभी-कभी बच्चों को असुरक्षा की भावना सताती है और अपने पैरेंट्स से दूर ना जाने के लिए वो इस तरह की हरकत करते हैं। वहीं कुछ मामलों में बच्चे को लगता है कि आपका अटेंशन पाने का यही सबसे आसान तरीका है। अगर आपका बच्चा भी चिपकू होता जा रहा है, तो उसे ठीक करने के लिए आपको क्या करना चाहिए? इस सवाल का जवाब आपको इस आर्टिकल में आगे जरूर मिल जाएगा।
खेल के बीच में उनके पास जाएं – अगर बच्चा टेबल पर बैठकर ट्रेन चला रहा है, तो आप उसके पास जाएं और प्यार से कहें ‘वाह! ये तो बहुत मजेदार है। तुम नीले रंग की ट्रेन से खेल रहे हो। प्ले, बच्चे को पॉजिटिव अटेंशन देने का सबसे शानदार तरीका है। अगर आपका बच्चा बहुत ज्यादा चिपकू है, तो आपके लिए यह तरीका बहुत कारगर साबित होगा।
आपको प्रोएक्टिव बनना होगा – आप इस बात का इंतजार ना करें कि आपकी अटेंशन पाने के लिए बच्चा कब नेगेटिव बिहेवियर अपनाना शुरू करता है। आपकी अटेंशन बच्चे के लिए बहुत जरूरी है और इसे पाने के लिए वो सही हो या गलत, हर तरीका अपनाने की कोशिश करता है। चिपकू होने का मतलब है कि उसे आपसे ज्यादा बात करने या कनेक्ट होने की चाहत है। आप उसे ये चीज दें।
एक रूटीन बनाकर चलें – बच्चे को कब खाना है, कब सोना है और कब खेलना है, इन सब चीजों का एक रूटीन और शेड्यूल बनाकर चलें। आप अपने रूटीन को भी इस हिसाब से ही रखें क्योंकि बच्चे रूटीन को अपने आप फॉलो नहीं कर सकते हैं।
बच्चे को समझें – बच्चे ही नहीं बल्कि बड़ों को भी कोई व्यवहार आपको कुछ बताने की कोशिश करता है। आप देखें कि आपका बच्चा अपने चिपकू व्यवहार के जरिए आपसे क्या कहने की कोशिश कर रहा है। कारण जानने के बाद, उसे ठीक कर के आप अपने बच्चे को इस नेगेटिव बिहेवियर से दूर रखने में कामयाब होंगे।
Home / Lifestyle / चिपकू बच्चे से परेशान हो रहे हैं? खुद को कोसने के बजाय इन रास्तों पर चलकर बदल सकते हैं हालात