
वीडियो स्ट्रीमिंग साइट यूट्यूब ने अपना logo ब्लैक कर दिया है। दरअसल अमेरिका के मिनेसोटा में हुई एक घटना के चलते यूट्यूब ने ऐसा किया है। अमेरिका के मिनेसोटा में पुलिस अधिकारियों ने एक अफ्रीकी मूल के अमेरिकी शख्स को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद उसे एक पुलिस अधिकारी ने करीब 9 मिनट तक उसे घुटने के नीचे दबाए रखा। हिरासत में लिए अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड ने कई बार पुलिस से सांस लेने में असमर्थ होने की बात भी बताई लेकिन पुलिसवालों का दिल नहीं पिघला और उसे दबाए रखा जिससे दम घुटने से उसकी मौत हो गई। युवक की मौत के बाद हजारों की संख्या में लोगों ने मिनियापोलिस के खिलाफ सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। इस मामले में अबतक 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जा चुका है।
इसी घटना के विरोध में यूट्यूब ने ट्विटर पर अपना logo ब्लैक किया है। यूट्यूब ने ट्विटर पर पोस्ट लिखी कि हम नस्लभेद और हिंसा के खिलाफ एकजुटता से खड़े हैं। जब हमारी कम्युनिटी के सदस्यों को तकलीफ होती है तो हम सबको तकलीक होती है। वहीं अमेरिकन पुलिस ने कहा कि मृतक जॉर्ज फ्लॉयड पर जालसाजी का आरोप था। इसी सिलसिले में उसे पुलिस ने घेर कर कार से बाहर निकलने का आदेश दिया। युवक ने कार से निकलते ही पुलिस के साथ धक्कामुक्की शुरू कर दी। इस पर पुलिस ने युवक को हथकड़ी पहनाते हुए जमीन पर गिरा दिया। हथकड़ी पहनाते हुए पुलिस ने उसे घुटने में दबाया था जिससे उसकी मौत हो गई।
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