बर्लिन. जर्मनी की राजधानी बर्लिन में एक शख्स क्रिसमस बाजार में ट्रक लेकर घुस गया। ये उस वक्त हुआ, जब लोग क्रिसमस की खरीददारी कर रहे थे। इस हादसे में 12 लोगों के मारे जाने और करीब 50 लोगों के घायल होने की खबर है। पुलिस ने मौके से एक सस्पेक्ट को भी गिरफ्तार किया है। वह पाकिस्तान या अफगानिस्तान का बताया जा रहा है।
टूरिस्ट्स के बीच काफी फेमस है ये स्पॉट, फेडरल पुलिस कर रही है जांच…
– जर्मन मीडिया के मुताबिक, ये घटना शहर के कैसर विल्हेम मेमोरियल चर्च के पास क्रिसमस मार्केट में हुई है।
– एक तेज रफ्तार ट्रक चर्च के सामने लोगों को कुचलता हुआ साइड वॉक में घुस गया। इस हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, करीब 50 जख्मी बताए जा रहे हैं।
– ये मार्केट टूरिस्ट्स के बीच काफी फेमस है। बाजार में उस समय लोग क्रिसमस से पहले की खरीददारी में जुटे थे।
– घटना के बाद एम्बुलेंस से घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। वहीं, फायर ब्रिगेड भी मौके पर पहुंच गई है।
– फिलहाल, फेडरल पुलिस जांच कर रही है कि ये घटना अनजाने में हुई है या ट्रक जानबूझकर दौड़ाया गया।
ट्रक के अंदर मिली लाश
– लोकल मीडिया के मुताबिक, एक सस्पेक्ट को गिरफ्तार किया गया है। इसे पहले ट्रक ड्राइवर बताया गया था। इसे अफगानिस्तान या पाकिस्तान का बताया जा रहा है। यह संभवत: फरवरी में जर्मनी आया था।
– बाद में पुलिस ने कहा कि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है कि गिरफ्तार हुआ सस्पेक्ट ही ट्रक चला रहा था।
– जर्मन पुलिस ने ट्रक के अंदर से भी एक व्यक्ति की बॉडी बरामद की है।
– फिलहाल, पुलिस ने लोगों को घर के अंदर रहने के लिए ही कहा है। वहीं, क्रिसमस बाजार को फायर फाइटर्स और पुलिस फोर्स ने घेर रखा है।
चांसलर मर्केल ने दिया मदद का भरोसा
– जर्मनी की चांसलर एंगेला मर्केल के स्पोक्सपर्सन स्टीफन सीबर्ट ने ट्वीट कर कहा कि हम सभी घटना से दुखी हैं। घायलों की जल्द से जल्द मदद की जाएगी।
– वहीं इंटीरियर मिनिस्टर थॉमस मैजियर ने कहा, “मैं अटैक शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहता। अभी कई बातें निकलकर सामने आ रही हैं।”
फ्रांस की घटना की यादें हुई ताजा
– इस घटना ने जुलाई में फ्रांस के नीस शहर में हुए कुछ इसी तरह की वारदात की याद ताजा कर दी है।
– बता दें कि ट्यूनीशिया मूल के एक ट्रक चालक ने एक रिजॉर्ट में आतिशबाजी का प्रदर्शन देख रहे लोगों की भीड़ पर एक 19 टन विस्फोटक सामग्री से लदा ट्रक चढ़ा दिया था।
– इस हादसे में कम से कम 84 लोगों की मौत हुई थी। इस हमले की जिम्मेदारी आईएसआईएस ने ली थी।