कोरोना वायरस से किसी भी उम्र के लोग नहीं बच रहे हैं। बच्चों से लेकर बूढों तक हर आयु वर्ग के लाखों लोग इसकी चपेट में आकर आपनी जान से हाथ धो चुके हैं। इस वायरस से संक्रमित होने वाले बुजुर्गों की मौत की आशंका सबसे ज्यादा रहती है, लेकिन ब्रिटेन में 106 की एक बुजुर्ग कोरोना वायरस से मौत की जंग जीत गई और तीन हफ्ते तक अस्पताल में रहने के बाद अब वो ठीक होकर अपने घर पहुंच गई हैं।
ब्रिटेन में कोरोना को मौत मात देने वाली ये सबसे उम्रदराज़ महिला हैं। कॉनी टिचेन नाम की ये परदादी ब्रिटेन के बर्मिघम में रहती हैं। बुधवार को जब इन्हें हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया गया तो नजारा देखने लायक था हॉस्पिटल स्टाफ ने इन्हें तालियों की गड़गड़ाहट के बीच घर के लिए विदा किया। टिचेन ने कहा, ‘मैं बेहद लकी हूं कि मैंने कोरोना वायरस को मात दे दी।अब मैं अपने परिवार के लोगों को देखना चाहती हूं। टिचेन का जन्म 1913 में हुआ था।
वे दो विश्व युद्ध भी में देख चुकी हैं। पिछले महीने जब उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया तो डॉक्टरों को लगा कि उन्हें निमोनिया है, लेकिन बाद में पता चला कि उन्हें निमोनिया नहीं बल्कि कोरोना हो गया है। टिचेन सौ साल की उम्र को पार करने बाद भी बेहद एक्टिव रहती हैं। उन्हें डांस, साइकलिंग और गोल्फ खेलना काफी ज्यादा पसंद है। पिछले साल दिसंबर में उनका कमर का ऑपरेशन हुआ था और सिर्फ 30 दिनों के अंदर वो फिर से चलने लगी थीं।
We'd like to give our own round of applause to Connie who at 106 is heading home from City Hospital having successfully beaten #Coronavirus.
— SWBH NHS Trust (@SWBHnhs) April 15, 2020
She is our oldest patient to beat the virus - and may well be the oldest in the country to do so! #ClapForConniehttps://t.co/bKONIq4sTZ pic.twitter.com/zT28UPdT4A