प्योंगयांग: उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन रियो ओलंपिक में पदक नहीं जीत पाने वाले खिलाड़यिों को कठोरतम सजा देने की तैयारी कर रहे हैं। उत्तर कोरिया में उन खिलाड़यिों को सजा देने की तैयारी की जा रही है जो ओङ्क्षलपिक में हिस्सा लेने ब्राजील तो गए लेकिन पदक जीतकर नहीं ला सके। सूत्रों के अनुसार किम जोंग उन ऐसे खिलाड़यिों से कोयले की खदान में काम करवाना चाहते हैं जो रियो में पदक जीतने में नाकाम रहे।
तानाशाह ने अपने खिलाड़यिों को पांच स्वर्ण सहित 17 पदकों का लक्ष्य दिया था और इससे कम पदक आने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी लेकिन 31 एथलीटों वाले उत्तर कोरियाई दल दो स्वर्ण, तीन रजत और दो कांस्य पदकों सहित केवल सात ही अपनी झोली में डालने में ही सफलता हासिल कर सकी। शेष 24 एथलीटों की जिंदगी के नर्क बन जाने का खतरा है।
सूत्रों के मुताबिक जिन खिलाड़यिों ने पदक जीता है उन्हें उचित पुरस्कार दिए जाएंगे लेकिन जो पदक नहीं ला सके हैं उन्हें बेकार पड़े घरों में भेजा जा सकता है तथा उनके राशन में कटौती करने करने के साथ ही उन्हें काम करने के लिए दंड के तौर पर कोयले की खदानों में भी भेजा जा सकता है।
सूत्रों के अनुसार किम जोंग इसलिए भी ज्यादा गुस्सा हैं क्योंकि उनके दुश्मन देश दक्षिण कोरिया ने ओलंपिक में 21 पदक हासिल किए हैं। इससे पहले जोंग ने 2010 के फुटबाल विश्वकप में पुर्तगाल की टीम से हारने पर उत्तर कोरिया के खिलाड़यिों से कोयले की खदान में मजदूरी करवाई और फिर उन्हें ठंड में तड़पने के लिए छोड़ दिया था।
सेल्फी बनेगी महिला एथलीट के लिए सजा-ए-मौत
नॉर्थ कोरिया की खिलाड़ी हॉन्ग यूं जूंग पहली ऐसी महिला जिमनास्ट हैं जिनहोने ओलंपिक में मेडल जीता है। लेकिन इस सबके बावजूद वो डरी हुई हैं क्योंकि उन्होने अपने दुश्मन देश के खिलाड़ी के साथ सेल्फी खिचा ली। किम जोंग साउथ कोरिया को जानी दुश्मन मानता है। लिहाजा सनकी तानाशाह को ये कतई मंजूर नहीं कि उसके खिलाड़ी उसके दुश्मन के साथ सेल्फी लें। बताया जा रहा है कि उनकी इस फोटो को देखने के बाद तानाशाह उनको मौत की सूली पर भी चढ़ा सकता है।