भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 8 अगस्त सुबह वेलिंगटन में ठंडी और तेज़ हवाओं के बीच भारतीय वायु सेना की उड़ान से उतरीं।
हवाई अड्डे पर न्यूजीलैंड की सामाजिक विकास और रोजगार मंत्री लुईस अप्स्टन, और न्यूजीलैंड में भारत की उच्चायुक्त नीता भूषण और अन्य लोगों ने उनका स्वागत किया।
सर्वप्रथम वहाँ से महामहिम न्यूजीलैंड की गवर्नर के आवास पर सरकार भवन में गयीं जहां एक बार फिर उनका गर्मजोशी भरा स्वागत हुआ, उनका स्वागत न्यूजीलैंड की गवर्नर जनरल डेम सिंडी किरो ने किया और उन्हें रॉयल गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। राष्ट्रपति मुर्मू को सरकार भवन में पारंपरिक माओरी “पोहिरी” (स्वागत) भी प्राप्त हुआ।
बाद में द्विपक्षीय वार्ताएं हुईं, जिसमें “द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं और भारत-न्यूजीलैंड साझेदारी की संभावनाओं को खोलने के तरीकों पर चर्चा की गई,” जैसा कि भारत सरकार के विदेश मंत्रालय (MEA) द्वारा बताया गया।
उसके उपरांत न्यूजीलैंड के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री विंस्टन पीटर्स ने राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात की और व्यापार, संस्कृति, खेल, रक्षा और पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा की।
न्यूजीलैंड अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा सम्मेलन (NZIEC) में मुख्य भाषण देते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने अपनी दृष्टि, स्वयं शिक्षक होने के नाते अपने अनुभव और शिक्षा में भारत द्वारा किए गए प्रगति को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लेकर अपनी बात रखी । उन्होंने शिक्षा में सीमा पार साझेदारियों के विकास के महत्व पर जोर दिया। भारत इस वर्ष के NZIEC में सम्मानित अतिथि है, जो द्विपक्षीय संबंधों में शिक्षा को दिए गए महत्व को दर्शाता है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने शिक्षा के माध्यम से दोनों देशों के बीच बंधन को गहरा करने का आह्वान किया।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, “भारतीय माता-पिता अपने बच्चों के लिए सर्वोत्तम संभव शिक्षा की आकांक्षा रखते हैं, और यह स्वागत योग्य है कि कई भारतीय छात्रों को न्यूजीलैंड के विभिन्न संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो रही है। न्यूजीलैंड में आठ हजार भारतीय छात्र विभिन्न पाठ्यक्रमों का अध्ययन कर रहे हैं, जो यहाँ के अंतरराष्ट्रीय छात्रों में दूसरा सबसे बड़ा समूह है,” |
राष्ट्रपति मुर्मू और डेम सिंडी किरो ने वेलिंगटन रेलवे स्टेशन पर महात्मा गांधी की प्रतिष्ठित प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने न्यूजीलैंड के शहीदों की स्मृति में पुकेहौ वॉर मेमोरियल पार्क में भी पुष्पांजलि अर्पित की।
एक मीडिया सभा को संबोधित करते हुए, MEA सचिव (पूर्व) जयदीप माजुमदार ने भारत और न्यूजीलैंड के साझा मूल्यों के बारे में बात की जो “लोकतंत्र, कानून का शासन और खेलों के प्रति एक समान प्रेम पर आधारित हैं।”
माजुमदार ने वाणिज्य, शिक्षा, रक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, और कृषि के क्षेत्रों में “हमारे द्विपक्षीय सहयोग में निरंतर प्रगति” पर प्रकाश डाला।
माजुमदार ने कहा, “राष्ट्रपति मुर्मू की यात्रा महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि यह “आठ वर्षों में न्यूजीलैंड की दूसरी राष्ट्रपति यात्रा है, जो हमारे न्यूजीलैंड और प्रशांत क्षेत्र के साथ संबंधों को दी जाने वाली प्राथमिकता को दर्शाती है,” | इस यात्रा पर राष्ट्रपति मुर्मू के साथ राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन, साथ ही दो सांसद, सुमित्रा खान और जुगल किशोर भी शामिल हैं।
माजुमदार के अनुसार, बाद में शाम को अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) पर अनुमोदन के लिए उपकरणों के हस्तांतरण की योजना पर चर्चा । दोनों देशों के बीच व्यापार को मजबूत करने और “सीमा शुल्क औपचारिकताओं को सुगम बनाने” के उद्देश्य से एक “सीमा शुल्क सहयोग व्यवस्था पर समझौते” का आदान-प्रदान भी हुआ ।
प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन संध्या राष्ट्रपति मुर्मू से मिले हैं, उसके बाद उनके सम्मान में एक राजकीय भोज का आयोजन किया गया ।