सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जो ‘डंकी रूट’ के जरिए अमेरिका की यात्रा करने वाले अवैध यात्रियों का बताया जा रहा है। अमेरिका जाने के अवैध और भयंकर रूप से जोखिम भरे मार्ग को डंकी रूट के रूप में जाना जाता है। वीडियो में कुछ लोग जंगल की कठिन परिस्थिति में दिखाई दे रहे हैं।
अमेरिका से 100 से ज्यादा भारतीयों को वापस भेजे जाने के बाद खतरनाक ‘डंकी रूट’ की चर्चा है। कई लोग इस जोखिम भरे अवैध मार्ग के बारे में अपने अनुभव साझा कर चुके हैं। इस बीच कथित तौर पर डंकी रूट वाला एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में कुछ भारतीयों को पनामा के जंगलों में सफर करते, छिपते और टेंट में रहते हुए दिखाया गया है। यह वीडियो उनकी अमेरिका में अवैध प्रवेश की जोखिम भरी कोशिश को दर्शाता है। इस वीडियो में पुरुष, महिलाएं और बच्चे जंगल में बारिश के दौरान टेंट लगाते और रेनकोट पहने दिखाई दे रहे हैं। एनबीटी इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।
वायरल वीडियो में ‘डंकी रूट’ के दौरान इसमें महिलाएं बच्चों को गोद में लिए दिख रही हैं। कुछ लोग जंगल के कठोर मौसम और भारी बारिश से बचने के लिए रबर के जूते और रेनकोट पहने हुए हैं। ‘डंकी रूट’ एक खतरनाक यात्रा है जिसे लोग अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम जैसे देशों में अवैध रूप से प्रवेश करने के लिए करते हैं।
अमेरिका ने 104 भारतीयों को किया है निर्वासित – अमेरिका ने हाल ही में कई भारतीयों को वापस भेजा है। पिछले बुधवार को एक अमेरिकी सैन्य विमान 104 अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर अमृतसर पहुंचा था। ये सभी अलग-अलग राज्यों से थे। सूत्रों के मुताबिक, इनमें 33 लोग हरियाणा से, 33 गुजरात से, 30 पंजाब से, तीन महाराष्ट्र से, तीन उत्तर प्रदेश से और दो चंडीगढ़ से थे। इनमें 19 महिलाएं और 13 नाबालिग भी शामिल थे, जिनमें एक चार साल का लड़का और पांच और सात साल की दो लड़कियां थीं।
‘मैंने काम पर जाना बंद कर दिया’, 104 प्रवासियों को भारत भेजे जाने के बाद अमेरिका में बिना दस्तावेज वाली भारतीयों के बीच भय का माहौल
भारतीयों के निर्वासन पर क्या बोले भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर? – भारतीय नागरिकों के अमेरिका से निष्कासन पर भारत में बड़ा राजनीतिक हंगामा हुआ। इस पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पिछले गुरुवार को राज्यसभा में इस मुद्दे पर बात की। उन्होंने कहा, “अमेरिका की ओर से निर्वासन का क्रियान्वयन आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन (ICE) अधिकारियों की ओर किया जाता है। ICE की ओर से इस्तेमाल किए जाने वाले विमान से निर्वासन के लिए मानक संचालन प्रक्रिया 2012 से प्रभावी है। मैं दोहराता हूं, यह 2012 से प्रभावी है और इसमें प्रतिबंधों के इस्तेमाल का प्रावधान है।”
उन्होंने कहा, ”हालांकि, हमें ICE की ओर से सूचित किया गया है कि महिलाओं और बच्चों को प्रतिबंधित नहीं किया जाता है। इसके अलावा, निर्वासित लोगों की भोजन और अन्य आवश्यकताओं से संबंधित जरूरतों, जिनमें संभावित चिकित्सा आपात स्थिति भी शामिल है, को ट्रांजिट के दौरान पूरा किया जाता है। टॉयलेट ब्रेक के दौरान अगर आवश्यक हो तो निर्वासित लोगों को अस्थायी रूप से मुक्त किया जाता है।”
This video is said to be of the #Panama jungle. People spent lakhs of money & everyone has heard about these dark jungles thus, people fell into a trap. 40-50 lakhs is a large sum of money & one can start their own business in India but these people are willing to do everything… pic.twitter.com/hIXymRDRZR
— Akashdeep Thind (@thind_akashdeep) February 6, 2025