
रूस ने वेनेजुएला को पैंट्सिर-एस1 और बुक-एम2ई एयर डिफेंस सिस्टमों की डिलीवरी की है। इससे वेनेजुएला की हवाई सुरक्षा काफी मजबूत हुई है। वेनेजुएला का अमेरिका के साथ गंभीर तनाव चल रहा है। ऐसी आशंका है कि दोनों देशों में कभी भी युद्ध छिड़ सकता है। ऐसे में रूस की इस मदद को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
दुश्मन का दुश्मन दोस्त होता है। रूस-वेनेजुएला संबंधों में यह बात सटीक बैठती है। दरअसल, अमेरिका से तनाव के बीच रूस ने वेनेजुएला के आसमान की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल ली है। उसने इसके लिए दो शक्तिशाली एयर डिफेंस सिस्टमों को वेनेजुएला में तैनात किया है। ऐसे में अब वेनेजुएला पर हवाई हमले को लेकर अमेरिका को और ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी। इससे पहले अमेरिकी लड़ाकू विमान और मिसाइलें आसानी से वेनेजुएला के जलक्षेत्र में नौकाओं पर हमले कर रही थी। लेकिन, अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ऐसे मिशन को अंजाम देने से पहले लंबी तैयारी करनी होगी। अमेरिका ने वेनेजुएला के नजदीक F-22 लड़ाकू विमानों को तैनात किया है।
वेनेजुएला को बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलें देगा रूस – एक आधिकारिक रूसी मीडिया आउटलेट को दिए इंटरव्यू में एक उच्च पदस्थ रूसी सांसद ने खुलासा किया है कि रूस ने वेनेजुएला को एयर डिफेंस सिस्टमों की सप्लाई की है। उन्होंने यह भी दावा किया है कि रूस भविष्य में वेनेजुएला को बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलें भी दे सकती है। यह घटनाक्रम क्षेत्र में मादक पदार्थों के तस्करों और वेनेजुएला के तानाशाह निकोलस मादुरो के खिलाफ अमेरिकी सेना की बढ़ती तैनाती के बीच हुआ है। इस बीच, अमेरिकी नौसेना का विमानवाहक पोत यूएसएस गेराल्ड आर फोर्ड अब अटलांटिक महासागर में है और कैरिबियन की ओर बढ़ रहा है।
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