
बांग्लादेश में इंकलाब मंच के प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद हिंसा भड़क उठी है। हादी को पिछले सप्ताह गोली मार दी गई थी। उनका सिंगापुर में इलाज चल रहा था जहां उनकी गुरुवार को मौत हो गई।
बांग्लादेश में शेख हसीना को हटाने वाले हिंसक छात्र आंदोलन के दौरान प्रमुखता से उभरने वाले नेता शरीफ उस्मान हादी की गुरुवार देर रात मौत हो गई। पिछले सप्ताह ढाका में गोली मारे जाने के बाद हादी का सिंगापुर में इलाज चल रहा था। सिंगापुर के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर बताया कि शरीफ उस्मान हादी की चोटों के कारण मौत हो गई। गुरुवार देर रात हादी की मौत की खबर आते ही बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए। आधी रात से ही राजधानी ढाका और देश के अलग-अलग हिस्सों से हिंसा की खबरें आने लगीं। ढाका में स्थित बांग्लादेश के प्रमुख अखबार प्रथम आलो और डेली स्टार के दफ्तर में आग लगा दी गई है।
हादी की मौत पर बांग्लादेश में हिंसा – हादी की मौत की खबर सुनते ही हजारों लोग शाहबाग चौराहे पर जमा हो गए और तख्तियां लेकर नारे लगे। प्रदर्शनकारियों ने यूनुस सरकार पर हादी की रक्षा में नाकाम रहने का आरोप लगाया। राजशाही में शेख मुजीबुर रहमान के घर और अवामी लीग को दफ्तर को आगे हवाले कर दिया गया। चटगांव में भारतीय उच्चायोग के कार्यालय पर पथराव किया गया। प्रदर्शनकारी उप उच्चायुक्त के घर के बाहर जमा हो गए और नारेबाजी करते हुए परिसर पर पत्थर फेंके।
हादी को बीते शुक्रवार 12 दिसम्बर को ढाका के बिजयनगर इलाके में चुनाव प्रचार के दौरान अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी थी, जो उनके सिर में लगी थी। तब से उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। सोमवार को उन्हें एयर एंबुलेंस से सिंगापुर ले जाया गया और सिंगापुर जनरल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने बताया कि हादी को ठीक न होने वाला ब्रेन डैमेज हुआ था। उनके कई अंग काम करना बंद करने लगे थे, जिसके बाद उन्हें लाइफ सपोर्ट पर रखा गया। सिंगापुर के विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा, डॉक्टरों की पूरी कोशिश के बावजूद श्री शरीफ उस्मान हादी चोटों के कारण चल बसे।
Home / News / कौन था उस्मान हादी जिसकी मौत के बाद जल उठा बांग्लादेश? भारत विरोधी नेता जिसने हसीना के खिलाफ आंदोलन में बनाई पहचान
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