
लंदन : वैज्ञानिकों का कहना है कि पिछले महीने हमारे सौरमंडल से होकर गुजरे गहरे, लाल रंग और सिगार के आकार वाले पिंड जैसे किसी भी ब्रह्मांडीय पिंड को इससे पहले कभी नहीं देखा गया था। वैज्ञानिकों ने इसे तारों के बीच मौजूद रहने वाले क्षुद्रग्रह की श्रेणी में रखा है। और इसे ‘ओउमुआमुआ’ नाम दिया गया। यह क्षुद्रग्रह 400 मीटर चौड़ा और बहुत लंबा है, शायद अपनी चौड़ाई से 10 गुना ज्यादा लंबा।
संभव है ब्रह्मांडीय धूल से धरती पर आया हो जीवन
वैज्ञानिकों के मुताबिक संभव है कि अंतरिक्ष की धूल के प्रवाह में बहकर हमारे ग्रह पर पहुंचे जैविक कणों से यहां जीवन की शुरूआत हुई हो। ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ इडिनबर्ग के अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि हमारे ग्रह के वायुमंडल पर निरंतर होने वाली अंतरग्रहीय धूल की वर्षा से बाहरी दुनिया के सूक्ष्मजीवी यहां आ सकते हैं या धरती के जीव दूसरे ग्रहों में पहुंच सकते हैं। यह अनुसंधान एस्ट्रोबायोलॉजी पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। अनुसंधानकर्ताओं में भारतीय मूल के वैज्ञानिक अर्जुन बरेरा भी शामिल हैं।
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