हमारे हिंदू शास्त्रों में पूजा-पाठ के लिए कुछ विशेष वस्तुएं निर्धारित की गई हैं। इन्हीं में से एक है सुपारी। कुछ लोगों को इस बात के बारे में नहीं पता कि पूजा और खाने की सुपारी में अंतर होता है। खाने वाली सुपारी बड़ी और गोल होती है, वहीं पूजा की सुपारी आकार में छोटी और शीर्ष पर शिखर जैसा आकार लिए होती है। वास्तुशास्त्र में इसी से जुड़े कई उपाय बताए गए हैं। इसके अनुसार साबुत सुपारी को मंत्रों द्वारा अभिमंत्रित कर घर में रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है और सुख-समृद्धि आती है।
कहते हैं कि घर में पूर्व और उत्तर के कोने या ईशान कोण में विधि-विधान के साथ चांदी के बर्तन में सुपारी स्थापित कर नित्य सुबह-शाम धूप-दीप दिखाने से घर-परिवार से दुर्भाग्य की छाया दूर होने लगती है। धन प्राप्ति के लिए लाल कपड़े पर श्रीयंत्र स्थापित कर उसके मध्य में अगर एक सुपारी गणेश जी के पूजन के साथ स्थापित की जाए, तो गणेश जी की कृपा से धनोपार्जनोम के मार्ग में आने वाली समस्त विघ्न-बाधाएं समाप्त होने लगती हैं।
सुपारी का पूजन कर उसे सिद्ध अथवा अभिमंत्रित करने के लिए शुभ मुहूर्त में पीले अथवा लाल कपड़े के ऊपर रखकर गणेश जी का आह्वान करें, कुमकुम, हल्दी, चावल से पूजन कर लक्ष्मी मंत्र का जाप करें। शास्त्रों के अनुसार, सुपारी का विधि-विधान से पूजन चमत्कारिक परिणाम देता है। जिस व्यक्ति के पास सिद्ध सुपारी होती है, उसे कभी भी पैसों की तंगी नहीं होती। उसके पास धन हमेशा पर्याप्त रहता है। अगर आपकी कोई इच्छा पूरी न हो रही हो, तो मनोकामना पूर्ति के लिए श्रेष्ठ मुहूर्त में किसी भी मंदिर में एक सुपारी और तांबे के लोटे में गंगाजल भरकर कुछ दक्षिणा रखें। मनोकामना पूर्ति के साथ ईश्वर की कृपा आपको प्राप्त होगी।
अगर आपके किसी काम में बार-बार कोई रुकावट आ रही है, तो गणेश चतुर्थी के दिन दाईं ओर मुड़ी हुई सूंड़ वाले गणेशजी के चित्र की लौंग और सुपारी से पूजा करें। इसके बाद जब कभी भी काम पर जाना हो, तो एक लौंग, इलायची और सुपारी अपने पास रख लें। कार्य के समय लौंग, इलायची को अपने मुंह में रख लें तथा मन ही मन ‘जय गणेश काटो क्लेश’ का जाप करते रहें। घर आने पर सुपारी को वापस गणेश जी के फोटो के सामने रख दें। इस उपाय से आपका कार्य सफल होगा।
वास्तुशास्त्र के अनुसार, तिजोरी, जहां आप पैसा, ज्वेलरी और अन्य बेशकीमती वस्तुएं रखते हैं, वह जगह पवित्र और सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर होनी चाहिए। शास्त्रों के मुताबिक, भगवान गणेश रिद्धि और सिद्धि के दाता हैं। अगर कोई भी भक्त नित्य भगवान श्रीगणेश का ध्यान एवं पूजन कर श्रीयंत्र, अभिमंत्रित सुपारी एवं गुरु मंत्र का जाप करता है, तो उसे कभी भी धन-धान्य की कमी नहीं होती है। तिजोरी पर स्वास्तिक बनाकर तिजोरी के अंदर श्रीयंत्र तथा अभिमंत्रित सुपारी चावलों के साथ रखें। इन वस्तुओं को तिजोरी में रखने से तिजोरी के आसपास के क्षेत्र में सकारात्मक और पवित्र ऊर्जा सक्रिय हो जाएगी, जो नकारात्मक शक्तियों को दूर रखेगी।