मेलबर्न: आस्ट्रेलिया के अपने जमाने के दिग्गज बल्लेबाज रिकी पोंटिंग ने बल्ले और गेंद के बीच संतुलन कायम रखने के लिए टैस्ट क्रिकेट में बल्ले का आकार और वजन तय करने की अपील की। वर्तमान में क्रिकेट के नियम बल्ले की लंबाई और चौड़ाई तक ही सीमित हैं। इसकी मोटाई या वजन के लिए नियम नहीं है जिससे बल्ले हल्की सामग्री से बनाए जा रहे हैं लेकिन वे काफी मोटे होते हैं।
पोंटिंग ने कहा कि खेल के छोटे प्रारूपों में इस तरह के बल्लों के उपयोग से उन्हें कोई परेशानी नहीं है लेकिन उनका मानना है कि टैस्ट क्रिकेट में इन पर प्रतिबंध लगना चाहिए। उन्होंने ईएसपीएनक्रिकइन्फो से कहा कि आज के जमाने के बल्ले विशेषकर उनका वजन से यह पूरी तरह से अलग तरह का खेल बन गया है। पूरा श्रेय उन्हें जाता है। यदि ऐसे बल्ले हैं तो उनका उपयोग किया जाएगा। यदि बेहतर गोल्फ क्लब या टैनिस रैकेट है तो प्रत्येक उनका उपयोग करेगा। इसमें खिलाडिय़ों के खिलाफ कुछ भी नहीं है।
पोंटिंग ने कहा कि यदि आप उनका उपयोग करने के लिए पर्याप्त मजबूत हैं तो ठीक है लेकिन आपके पास महेंद्र सिंह धोनी के बल्ले की तुलना में बड़े आकार का बल्ला नहीं होना चाहिए। क्रिस गेल के साथ भी ऐसा है। हर कोई क्रिस गेल के बल्ले के आकार की बात करता है। वह इसका उपयोग करने के लिए पर्याप्त मजबूत है। मुझे चिंता इस बात की है जब बल्ले वास्तव में बड़े और वजन में हल्के हों। पोंटिंग अगले सप्ताह लाडर्स में एमसीसी विश्व क्रिकेट समिति की बैठक में हिस्सा लेंगे और उन्होंने कहा कि बल्ले का आकार और वजन पर उसमें चर्चा की जाएगी।