
इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) की अगली बैठक को लेकर पाकिस्तान के लिए बुरी खबर आई है । जानकारी के अनुसार इस बैठक में अब सदस्य देशों के सांसद ही हिस्सा ले सकते हैं न कि विदेश मंत्री। पाकिस्तानी मीडिया में ऐसी रिपोर्ट आई थी कि OIC की बैठक विदेश मंत्रियों के स्तर पर ही होगी और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी इसमें कश्मीर मुद्दे पर भारत के खिलाफ जोर-शोर से आवाज उठाएंगे। लेकिन ताजा मीडिया जानकारी के अनुसार इसमें सदस्य देशों के सांसद ही हिस्सा लें सकेंगे।
दरअसल पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी हर मीटिंग में कश्मीर मुद्दा जोर-शोर से उठाते रहे हैं। ऐसे में अगर विदेश मंत्री OIC की बैठक में शामिल नहीं किए जाते हैं तो कश्मीर मुद्दे पर भारत के खिलाफ पाकिस्तानी प्रोपगंडा कमजोर हो जाएगा और इसे भारतीय विदेश मंत्रालय की बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। बता दें कि OIC की अगली बैठक अप्रैल 2020 में होनी है जिसमें कश्मीर मुद्दे पर चर्चा हो सकती है। बैठक की तारीख तय होना बाकी है। हालांकि यह बैठक सऊदी अरब में नहीं होगी, जैसा कि पहले बताया गया था। अब इसके इस्लामाबाद में आयोजित होने की संभावना है।
सऊदी के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान अल-सऊद और उनके पाकिस्तानी समकक्ष शाह महमूद कुरैशी के बीच हुई मुलाकात में इस पर फैसला होना बताया जा रहा है । सऊदी के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल अभी हाल में इस्लामाबाद दौरे पर गए थे। बता दें, OIC 57 देशों का संगठन है जिसकी बैठक में अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा की जाती है।
दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की मुलाकात के बारे में पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा, बैठक में शाह महमूद कुरैशी ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया जाना, नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी का मुद्दा उठाया। कुरैशी ने ‘भारत में अल्पसंख्यकों खासकर मुसलमानों को निशाना बनाए जाने’ की भी बात कही। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के बयान में यह भी कहा गया कि ‘दोनों विदेश मंत्रियों ने कश्मीर के मसले में ओआईसी की क्या भूमिका हो सकती है, इस पर भी बात की। ‘
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