
पहली बार मां बनने का एक्सपीरियंस काफी अलग और नया होता है। फर्स्ट टाइम मदर बनने पर आधी से ज्यादा बातें तो महिलाओं को पता ही नहीं होती हैं जिस वजह से वो इस दौरान आने वाली परेशानियों को दूर करने के उपाय भी नहीं कर पाती हैं।
डिलीवरी के बाद महिलाओं को ‘सोर निप्पल’ यानि ब्रेस्ट की निप्पल में दर्द या सूजन महसूस हो सकती है। स्तनपान के दौरान गलत पोजीशन की वजह से ऐसा हो सकता है। अगर आपको भी प्रेग्नेंसी के बाद सोर निप्पल की प्रॉब्लम हो रही है, तो इसके लिए दवा लेने की बजाय घरेलू नुस्खों से इसे दूर करने की कोशिश करें।
ब्रेस्टफीडिंग मदर्स को दवा ज्यादा नहीं लेनी चाहिए क्योंकि इसका असर ब्रेस्ट मिल्क पर पड़ता है जो शिशु का एकमात्र आहार है। इसलिए आपको सोर निप्पल से निजात पाने के लिए घरेलू उपाय आजमाने चाहिए।
एक चम्मच एप्पल साइडर विनेगर को एक कप पानी में डालकर मिक्स करें। ब्रेस्टफीडिंग के बाद इस मिश्रण में रूई का एक फाहा भिगोकर उसे निचोड़ लें। इस रूई को निप्पल और ब्रेस्ट के आसपास के हिस्से पर लगाएं।
इससे बैक्टीरिया खत्म हो जाएगा और निप्पल साफ होगी। इसके बाद निप्पल पर एक चम्मच नारियल तेल लगाएं। इससे निप्पल सूखेगी नहीं और उस पर क्रैक भी नहीं आएगा।
इसके अलावा टी ट्री ऑयल भी आपके काम आ सकता है। गुनगुने पानी में टी ट्री ऑयल की कुछ बूंदें डालें। इसमें रूई का फाहा भिगोकर उसे निप्पल पर लगाएं। इसके सूखने के बाद साफ पानी से ब्रेस्ट को धो लें।
बर्फ के टुकड़े : निप्पल के दर्द को कम करने के लिए बर्फ की सिकाई बहुत कारगर रहेगी। एक सूती कपड़े में बर्फ के कुछ टुकड़े डालें और उसे निप्पल पर दस मिनट तक लगाकर रखें। आप रोज इस नुस्खे का प्रयोग कर सकती हैं।
बर्फ की सिकाई के अलावा कैमोमाइल टी बैग भी निप्पल के दर्द को कम कर सकता है। गर्म पानी में कुछ टी बैग भिगो दें और कुछ देर बाद इन्हें बाहर निकालकर निचोड़ लें और फिर ठंडा होने दें। इन टी बैग को निप्पल पर रखें। शिशु को दूध पिलाने से ब्रेस्ट को जरूर धो लें।
ऑलिव ऑयल : गुनगुने पानी में एक चम्मच ऑलिव ऑयल और एक बूंद टी ट्री ऑयल डालें। इसमें रूई का फाहा भिगोकर उसे निप्पल पर लगाएं। इसे अपने आप सूखने दें और फिर पानी से धोकर सुखा लें। इससे निप्पल में हो रहे दर्द से राहत पाने में मदद मिलेगी।
एलोवेरा में ठंडक देने के गुण होते हैं। एक एलोवेरा की पत्ती लें और उसमें से जेल निकाल लें। इस जेल को निप्पल पर लगाकर कुछ देर के लिए छोड़ दें। शिशु को दूध पिलाने से पहले ब्रेस्ट को धो लें।
ब्रेस्ट मिल्क लगाएं : निप्पल में दर्द दूर करने के घरेलू उपायों में से एक ब्रेस्ट मिल्क भी है। ब्रेस्ट मिल्क में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो दर्द को दूर कर सकते हैं। दूध पिलाने के बाद निप्पल पर थोड़ा ब्रेस्ट मिल्क लगाएं। शिशु को दूध पिलाने के बाद दिन में 4 से 5 बार निप्पल पर दूध लगाएं।
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