राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने विभिन्न कैटगरी में कलाकारों को उनके बेहतर प्रदर्शन के लिए 63वें राष्ट्रीय फिल्म और दादा साहेब फाल्के अवार्ड से सम्मानित किया। नई दिल्ली स्थित विज्ञानभवन में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने सिनेमा की अलग-अलग विधाओं के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार प्रदान किए।
कंगना रणौत और अमिताभ बच्चन ने मंगलवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के हाथों राष्ट्रीय पुरस्कार ग्रहण किए। कंगना को उनकी फिल्म तनु वेड्स मनु रिटर्न्स के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री और अमिताभ बच्चन को पीकू के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के राष्ट्रीय पुरस्कार दिए गए। पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान वयोवृद्ध अभिनेता मनोज कुमार को प्रतिष्ठित दादा साहेब फाल्के अवार्ड से नवाजा गया।
63वें राष्ट्रीय पुरस्कारों पुरस्कारों की घोषणा 28 मार्च को की गई थी। 28 वर्षीय कंगना का यह तीसरा राष्ट्रीय पुरस्कार है। इससे पहले उन्हें 2008 में फैशन के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री और पिछले साल क्वीन के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है।
बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन का यह चौथा राष्ट्रीय पुरस्कार है। इससे पहले उन्हें अग्निपथ, ब्लैक और पा के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। ‘दम लगा के हइस्सा’ को बेस्ट हिंदी फिल्म के लिए अवार्ड दिया गया। सिनेमा पर बेस्ट बुक राइटिंग के लिए डॉ राजकुमार समाग्रा चरिथ्र को सम्मानित किया गया।
सिनेमा पर बेस्ट क्रिटिक के लिए मेघा चंद्र कोंगबम, नॉनफीचर फिल्म स्पेशल मेंशन में बेस्ट डायरेक्टर के लिए अरूण शंकर को द कैमिलियॉन, नीलान को अम्मा के लिए और वरूण टंडन को स्याही के लिए सम्मानित्त किया गया।
बेस्ट नैरेशन और वॉयस ओवर में हरीश भीमानी को और अलीयार को सम्मानित्त किया गया। बेस्ट म्यूजिक के लिए अरविदं शंकर, बेस्ट ऑडियोग्राफी में ओमिता रॉय, बेस्ट चाइल्ड आर्टिस्ट गौरव मैनन को 63वें राष्ट्रीय फिल्म पुरष्कार से नवाजा गया।