लंदन: नाइजीरिया की आपूर्ति चिंता और डॉलर की नरमी के कारण कच्चे तेल की कीमतें आज बढ कर 52.34 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई जो वर्ष 2016 का उच्चतम स्तर है। व्यापारियों को अमरीका के तेल भंडार के आंकड़ों के आने का इंतजार है जो दुनिया में कच्चे तेल का सबसे बड़ा उपभोक्ता देश है। ब्रेंट नार्थ सी क्रूड के मानक अनुबंध का भाव 52.34 डॉलर प्रति बैरल की ऊंचाई तक पहुंच गया जो गत अक्तूबर के बाद का उच्चतम स्तर है।
व्यापारियों को उम्मीद है कि अमरिकी ऊर्जा विभाग के ताजा आंकड़ों में कच्चे तेल के भंडार में और कमी दिखेगी। इससे तेल के भाव और चढ़ सकते हैं। फरवरी के बाद से कच्चा तेल 90 प्रतिशत चढ़ चुका है। हाल के महीनों में तेल कीमतों में तेजी रही है जिसका कारण अमरीकी डॉलर में गिरावट आना है। कनाडा और नाइजीरिया में विभिन्न कारणों से उत्पादन में गिरावट से तेल बाजार में तेजी आई है।