
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच एक बार फिर तनाव चरम पर पहुंच गया जब काबुल ने इस्लामाबाद पर उसके क्षेत्र में एयरस्ट्राइक करने का आरोप लगाया, जिसमें 10 लोग मारे गए। पाकिस्तान की सेना ने हमला करने से इनकार किया है।
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। इस बीच पाकिस्तानी सेना ने अफगानिस्तान को खुली धमकी दी है और काबुल की तालिबान सरकार पर पाकिस्तान में चरमपंथी हमलों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा कि व्यापार और सीमा-पार चरमपंथ एक साथ नहीं चल सकते। पाकिस्तान ने बीती 12 अक्टूबर को अफगानिस्तान के साथ लगे सभी बॉर्डर क्रॉसिंग बंद कर दिए थे। ये फैसला दोनों देशों के बीच भीषण झड़पों के बाद लिया गया, जिसमें दोनों तरफ से दर्जनों सैनिकों के मारे जाने का दावा किया गया।
खून और बिजनेस साथ नहीं -शनिवार को पाकिस्तानी सेना की तरफ जारी ब्रीफिंग में इसकी मीडिया विंग आईएसपीआर के प्रमुख चौधरी ने पत्रकारों से कहा, ‘अगर हमने व्यापार पर रोक लगाई है, तो ऐसा इसलिए नहीं है कि हमें ट्रेड से ही कोई समस्या है। हमारी चिंता यह है कि हमारी सुरक्षा सबसे जरूरी है। हमारी जान ज्यादा जरूरी है।’ उन्होंने कहा कि ‘खून और बिजनेस एक साथ नहीं चल सकते।’
दोनों पड़ोसियों के बीच एक बार फिर तनाव चरम पर पहुंच गया जब काबुल ने इस्लामाबाद पर अफगान क्षेत्र में एयरस्ट्राइक करने का आरोप लगाया, जिसमें 10 लोग मारे गए। पाकिस्तान की सेना ने हमला करने से इनकार किया, वहीं काबुल ने कहा है कि वह अपनी तरीके से इसका जवाब देगा। पाकिस्तान का नागरिक और सैन्य नेतृत्व काबुल पर पाकिस्तानी तालिबान (TTP) और दूसरी चरमपंथी समूहों को बढ़ावा देने का आरोप लगाता है। अफगान तालिबान इन आरोपों से इनकार करता है। काबुल ने पाकिस्तान की सुरक्षा चुनौतियों को उसकी अंदरूनी समस्या कहा है।
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