
बिजिंग। पीएम मोदी चीन में ब्रिक्स समिट में हिस्सा ले रहे हैं। ब्रिक्स समिट के दूसरे दिन समिट से अलग पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय वार्ता शुरू हो गई है। ज्ञातव्य है कि डोकलाम विवाद के बाद दोनों देशों के नेताओं के बीच यह पहली बैठक है। ऐसे में इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है। माना जा रहा है कि इस बैठक में पीएम मोदी और जिनपिंग के बीच डोकलाम विवादपर कोई बात नहीं होगी। ज्ञातव्य है कि ब्रिक्स समिट से पहले ही दोनों देशों ने शांति से डोकलाम विवाद को सुलझा लिया था।
दोनों देशों के बीच डोकलाम से सेनाएं हटाने पर सहमति बनी। ज्ञातव्य है कि इससे पहले शी जिनपिंग और मोदी की आखिरी द्विपक्षीय मुलाकात कजाकिस्तान के अस्ताना में शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन के दौरान जून में हुई थी। दोनों नेता उसके बाद सीमा विवाद के दौरान जर्मनी में जी-20 सम्मेलन के दौरान भी अनौपचारिक रूप से मिले थे।
ब्रिक्स सम्मेलन के दूसरे दिन पीएम मोदी ने फिर से आतंकवाद का मुद्दा उठाया। पीएम मोदी ने बिजनेस काउंसिल को संबोधित करते हुए कहा कि आतंकवाद से लडने के लिए मिलकर हमें नए कदम उठाने होंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे लिए आतंकवाद, साइबर सुरक्षा और आपदा प्रबंधन से लडने को तैयार होना होगा। इससे पहले ब्रिक्स श्यामन घोषणापत्र के 48वें पैराग्राफ में आतंकवाद पर कडी चिंता व्यक्त की गई है।
घोषणापत्र में कहा गया है कि हम लोग दुनिया भर में हुए आतंकी हमलों की कडी निंदा की। साथ ही आतंकवाद के खिलाफ साथ मिलकर लडने की बात भी कही गई थी। साथ ही घोषणापत्र में पाक स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा का जिक्र किया गया है।
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