जम्मू.पाकिस्तानी रेंजर्स की गोलीबारी में जख्मी बीएसएफ के कॉन्स्टेबल गुरनाम सिंह शहीद हो गए। गुरनाम ने साथी सोल्जर्स के साथ पाकिस्तानी घुसपैठ को नाकाम किया था। बता दें कि 21 अक्टूबर को पाकिस्तानी रेंजर्स के साथ मुठभेड़ में जख्मी होने के बाद उन्हें जम्मू के गवर्नमेंट हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया था। उन्हें सिर में गोली लगी थी। बेहद साधारण परिवार से हैं गुरनाम…
– 24 साल के गुरनाम बेहद साधारण परिवार से हैं। वे जम्मू के आरएस पुरा से हैं। उनके पिता स्कूल बस ड्राइवर हैं।
– शनिवार देर रात उनकी शहादत के बाद जम्मू में बीएसएफ के आईजी डीके उपाध्याय ने कहा, उन्होंने बहादुरी के साथ दुश्मनों का सामना किया, हमने अपना बहादुर जवान खोया है।
– बता दें कि गुरनाम रेजीमेंट 173 बीएसएफ (ई कंपनी) में तैनात थे। उन्हें सिर में गोली लगी थी। गुरनाम का जम्मू में इलाज चल रहा था।
कैसे जख्मी हुए थे गुरनाम ?
– 19-20 अक्टूबर के रात जम्मू के हीरानगर सेक्टर के बोबिया पोस्ट पर गुरनाम तैनात थे। रात में उन्होंने सरहद पर हलचल देखी।
– करीब 150 मीटर दूर कुछ धुंधले चेहरे नजर आए। उन्होंने बिना देर किए साथियों को अलर्ट किया और ललकारने पर पता चला कि वह आतंकी है।
– इसके बाद दोनों ओर से फायरिंग हुई। आतंकी वापस भाग खड़े हुए।
– रिपोर्ट्स के मुताबिक 21 अक्टूबर को सुबह पाकिस्तानी रेंजर्स ने स्नाइपर रायफल्स से गुरनाम पर फायर किया। सिर में गोली लगने से वे जख्मी हो गए थे।
साथी की बॉडी घसीटकर ले गए थे आतंकी
– कठुआ के हीरानगर इलाके में बुधवार रात को गुरनाम के साथ बीएसएफ जवानों ने पाकिस्तानी घुसपैठ को नाकाम किया था।
– इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया। इसमें एक आतंकी जख्मी साथी की बॉडी को घसीटते देखा गया।
– बीएसएफ आईजी (जम्मू) डीके उपाध्याय ने बताया था- “कठुआ सेक्टर के हीरानगर इलाके में कुछ मूवमेंट नजर आई थी। पता चला कि 6 आतंकी भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे हैं।”
– “बीएसएफ जवानों ने इन्हें रोकने की कोशिश की। दोनों तरफ से फायरिंग हुई।”
IndianZ Xpress NZ's first and only Hindi news website