
बीजिंग: चीन की नौसेना ने दो जापानी द्वीपों के बीच स्थित मियाको स्ट्रेट से गुजरते हुए एक बार दोबारा पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में युद्धाभ्यास किया। चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने इस बात की जानकारी दी। चीनी नौसेना और वायुसेना ने हाल के महीनों में प्रशांत महासागर में एक श्रृंखला के तहत कई बार युद्धाभ्यास किया है। गौरतलब है कि चीन अपने जल क्षेत्र से दूर अपनी युद्ध क्षमता को विकसित करना चाहता है। शिन्हुआ के अनुसार नौसेना ने युद्ध अभ्यास के तहत संचार, बेड़े के गठन परिवर्तन, संयुक्त खोजी एवं बचाव अभियान के अलावा संयुक्त एंटी-पायरेसी अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए यह अभ्यास किया।
चीनी बेड़े के कर्मचारियों के प्रमुख चेन डेनन ने कहा कि इस युद्धाभ्यास का उद्देश्य समुद्र में सुदूर क्षेत्र तक प्रशिक्षण और आपातकालीन क्षमताओं में सुधार लाना है। चेन ने शिन्हुआ को बताया कि नौसेना के इस अभ्यास का उद्देश्य संचार और आपसी विश्वास को बढ़ाना, शांति और दोस्ती का संदेश देना है। यह बेड़े के सैन्य कार्यों की मांगों के अनुकूल भी है। चीन ने दक्षिण चीन सागर में विस्तार को लेकर चिंताओं के बीच इस सप्ताह अपने पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत का जलावतरण किया था। हालांकि इस विमानवाहक पोत के 2020 तक ही चीनी नौसेना में शामिल होने की संभावना है।
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