
इस्लामाबादः डोनाल्ड ट्रंप की वॉर्निंग से पाकिस्तान परेशान हैं। पीएम शाहिद खाकान अब्बासी ने हाईलेवल मीटिंग के बाद बयान जारी कर कहा है, “हमें बलि का बकरा बनाने से जंग जैसे हालात से जूझ रहे अफगानिस्तान में स्थिरता लाने में मदद नहीं मिलेगी।” गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ट्रम्प ने कहा था कि अगर पाकिस्तान आतंकियों के लिए सुरक्षित ठिकाना बना रहा है तो उसे अंजाम भुगतना होगा।
समाचार एजेंसी के मुताबिक पीएम अब्बासी की अगुआई में पाक की नेशनल सिक्युरिटी कमेटी की मीटिंग गुरुवार को हुई, जिसमें विदेश और आतंरिक मामलों के मंत्री, तीनों सर्विस चीफ और खुफिया एजेंसी ISI के हेड शामिल हुए।4 घंटे चली इस मीटिंग में ट्रम्प के अफगानिस्तान और साउथ एशिया पर दिए गए बयान पर चर्चा हुई।
पाकिस्तान ने कहा कि इस्लामाबाद को अरबों डॉलर की मदद का दावा कर अमेरिका ने दुनिया को गुमराह किया है। असलियत ये है कि हमें आर्थिक मदद के बजाय यूएस ने अफगानिस्तान में अपने ऑपरेशन, एयर कॉरिडोर के इस्तेमाल और ग्राउंड फैसिलिटीज की लागत की आंशिक भरपाई की है।
कश्मीर विवाद अमन-चैन में रोड़ा
इससे पहले, पाक ने ट्रम्प की वॉर्निंग पर कश्मीर मसला उठाया था। पाक के फॉरेन ऑफिस की तरफ से 22 अगस्त की रात जारी बयान में कहा गया था कि जम्मू-कश्मीर विवाद साउथ एशिया के अमन-चैन और स्थिरता में रोड़ा है। अमेरिका को सुरक्षित पनाहगाहों के बारे में झूठे बयानों पर भरोसा करने के बजाय आतंकवाद के खात्मे के लिए पाकिस्तान के साथ मिलकर काम करना चाहिए।
डोनाल्ड ट्रम्प की चेतावनी
ट्रम्प ने अफगानिस्तान और साउथ एशिया पर अमेरिका की नई पॉलिसी जारी की थी। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान को सख्त चेतावनी दी थी। ट्रम्प ने कहा कि पाकिस्तान में लोग आतंकवाद से पीड़ित हैं लेकिन आज पाक आतंकियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह भी है। हम इस पर चुप नहीं बैठ सकते। पाक अपनी दोहरी नीति बंद कर दें या हालात का सामना करने को तैयार रहे।
IndianZ Xpress NZ's first and only Hindi news website