
नई दिल्ली: कॉलम लिखते वक्त इंगलैंड ने दूसरे टैस्ट मैच में बेहद मजबूत वापसी कर ली थी। श्रीलंका के खिलाफ शानदार प्रदर्शन के बाद वह पाकिस्तान को भी हराने को लेकर आश्वस्त था लेकिन पाकिस्तान ने अपने जवाबी हमले से उसे चौंका दिया।
पहले भी ऐसा कई बार हुआ है कि जब कोई टीम अपनी रणनीति और फोकस सिर्फ एक ही खिलाड़ी को लेकर बनाती है तो दूसरा खिलाड़ी मैच विजयी प्रदर्शन कर देता है। लॉड्र्स में खेले गए पहले टैस्ट में भी यही हुआ। मोहम्मद आमिर की वापसी को लेकर बहुत-सी बातें की जा रही थीं। स्पॉट फिक्सिंग के अपने अपराध के लिए वह जेल में भी रहकर आ चुके हैं लेकिन माफी मांगने और 5 साल का प्रतिबंध झेलने के बाद उन्हें वापसी का मौका मिला। उन्होंने प्रथम श्रेणी मैच में भी अच्छी गेंदबाजी की इसलिए इंगलैंड के लिए वह खतरनाक खिलाड़ी थे।
उन पर फोकस करने की वजह से इंगलैंड यासिर शाह, राहत अली और वहाब रियाज पर फोकस करना भूल गया। यासिर शाह ने मैच में 10 विकेट झटक लिए। हालांकि कोई भी 42 साल की उम्र में शतक बनाने वाले मिस्बाह उल हक के योगदान को नहीं भूल सकता।
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