वाशिंगटन: अमरीका में एक भारतीय अप्रवासी को चोरी और काला धन सफेद करने के मामले में शामिल होने के आरोप में 9 साल की सजा सुनाई गई है। उसने फ्रॉड स्कीम्स के जरिए 25 मिलियन डॉलर(170 करोड़ रुपए)का फ्रॉड किया। जानकारी मुताबिक,अमित चौधरी नामक शख्स को वर्जिनिया की फेडरल कोर्ट ने गुरुवार को सजा दी।
अमित चौधरी ने मीडिया से कहा कि उसने अपने परिवार के लिए यह सब किया। चौधरी ने कहा कि उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उन्हें अपराधी करार दिया जाएगा। भारत के रहने वाले चौधरी पर विदेशों में रहने वाले रिश्तेदारों की मदद से इस करोड़ों डॉलर के घोटाले को अंजाम देने का आरोप था। चौधरी पर आरोप था कि चुराए गए क्रेडिट कार्ड्स से वह बैंक खाते खोल मनी लॉन्ड्रिंग को अंजाम देता था। अमित चौधरी और उसका साथी सस्ते ट्रेवल प्लान्स की स्कीम चलाते थे।
ऐसे पकड़े गए: दोनों ने कई फर्जी पासपोर्ट बनवा रखे थे। वे लोग कस्टमर के क्रेडिट कार्ड से चुराए गए पैसों से ही कस्टमर्स के बिल भर देते थे। कम से कम 1000 लोगों को ये दोनों मिलकर अपना शिकार बना चुके थे। चौधरी ने 1992 में भारत छोड़ा था। चौधरी एक सस्ते ट्रेवेल पैकेज के विज्ञापन से जुड़ी स्कीम का हिस्सा था। वह ग्राहकों के पैसों से अपने होटल के खर्चे और विमान का खर्चा भी भी चुकाता था। इसके लिए वह चुराए गए क्रेडिट कार्ड्स का इस्तेमाल करता था। पुलिस की गिरफ्त में आने से बचने के लिए उसने फर्जी पासपोर्ट भी तैयार करवाया जिसमें उसने एक्ट्रेस लॉरा वंडरवुर्ट की फोटो का इस्तेमाल किया था। वह पासपोर्ट जब एफबीआई एजेंट के पास पहुंचा तो उसको शक हो गया। लॉरा की वह तस्वीर उनके एक टीवी सीरियल स्मॉलवील से ली गई थी।