फ्लोरिडा: वैस्टइंडीज को टैस्ट सीरीज में उसी की धरती पर 2-0 से पटखनी देने के बाद टीम इंडिया अब अनुभवी महेन्द्र सिंह धोनी के नेतृत्व में दो ट्वंटी-20 मैचों के लिए तैयार है जहां वह शनिवार को पहले ट्वंटी-20 मुकाबले में जीत दर्ज करने और विश्वकप में मिली हार का बदला लेने के बुलंद इरादों के साथ उतरेगी।
भारत और वैस्टइंडीज के बीच शनिवार और रविवार को अमरीका के फ्लोरिडा में दो ट्वंटी 20 मैचों की सीरीज खेली जाएगी जिसके लिए दोनों टीमें यहां पहुंच चुकी हैं। दोनों के बीच रिकॉर्ड देखा जाए तो आंकड़ों में वैस्टइंडीज का पलड़ा भारी नजर आता है लेकिन टैस्ट सीरीज की जीत के बाद इस समय भारतीय टीम लय में नजर आ रही है। भारत और वैस्टइंडीज के बीच अभी तक पांच अंतरराष्ट्रीय ट्वंटी-20 मैच खेले जा चुके हैं जिनमें से 3 वैस्टइंडीज ने और दो भारत ने जीते हैं।
टीम इंडिया इस वर्ष अपनी जमीन पर हुए ट्वंटी-20 विश्वकप के सेमीफाइनल में मुंबई में वेस्टइंडीज के हाथों मिली हार के गम को भुला नहीं सकी है। मुंबई की हार का बदला लेने के लिए टीम इंडिया घायल शेर की तरह इस सीरीज में उतरेगी। महेंद्र सिंह धोनी के धुरंधर इस सीरीज में वेस्टइंडीज का सफाया कर उस हार का बदला लेने के इरादे से ही उतरेंगे। भारतीय टीम के पास बेहतरीन खिलाड़ियों की कमी नहीं है और टेस्ट सीरीज जीतने के बाद उसका आत्मविश्वास भी काफी ऊंचा है। विराट कोहली, शिखर धवन, रोहित शर्मा, रविचंद्रन अश्विन जैसे खिलाड़यिों के लिए प्रारूप में अचानक से बदलाव कुछ चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है लेकिन वे सभी अच्छी फार्म में हैं और ऐसे में भारतीय टीम का पलड़ा मजबूत ही कहा जा सकता है।
भारत ने हाल ही में आस्ट्रेलिया और श्रीलंका के खिलाफ ट्वंटी 20 में अच्छा प्रदर्शन किया है जबकि जून में जिम्बाब्वे के खिलाफ उसने 2-1 से सीरीज जीती थी। भारत की 14 सदस्यीय टीम में सबसे बड़ा बदलाव केवल कप्तानी का रहेगा जिसमें इस बार नेतृत्व विराट के बजाय धोनी के पास रहेगा और टीम इंडिया के पास विश्वकप सेमीफाइनल में मिली हार का वैस्टइंडीज से बदला लेने का मौका भी रहेगा।