हैदराबाद.सचिन तेंडुलकर ने यहां रियो ओलिंपिक में मेडल विजेता पीवी सिंधु, रेसलर साक्षी मलिक और जिमनास्ट दीपा कर्माकर को सम्मानित किया। तीनों को इनाम के तौर पर BMW दी गईं। ये कारें हैदराबाद डिस्ट्रिक्ट बैडमिंटन एसोसिएशन के प्रेसिडेंट चामुंडेश्वरनाथ की ओर से दी गई हैं। इस मौके पर सचिन ने कहा- “पूरे देश की तरफ से कह सकता हूं कि मैं खुशकिस्मत हूं, जो इन महान स्पोर्ट्स एथलीट्स के साथ खड़ा हूं।” बता दें कि सिंधु ने सिल्वर, साक्षी ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था। वहीं, जिमनास्टिक के प्रोडुनोवा इवेंट में दीपा 4th पोजिशन पर रही थीं।
और क्या कहा सचिन ने…
– हैदराबाद के गोपीचंद बैडमिंटन एकेडमी में रविवार को इस मौके पर सचिन ने कहा- “आप लोगों ने इन्हें (एथलीट्स को) सपोर्ट किया। यह काबिल-ए-तारीफ है। इन प्लेयर्स को कुछ चीजाें को खाने की मनाही थी, फोन नहीं इस्तेमाल करना होता था। यह बताता है कि फोकस करने के लिए ये एथलीट्स कितनी मेहनत करते हैं।”
-“यह इंडियन गेम्स के लिए सबसे बेहतरीन पल है। यहां से यात्रा शुरू हुई है। मुझे पूरा भरोसा है कि यह यात्रा नहीं रुकेगी। हम सभी इससे जुड़ेंगे और आपका सपोर्ट करेंगे।”
-“आप हमें लगातार जश्न मनाने के कई मौके देते रहिए। इस समय पूरा देश खुश है। और लोग खुशी से झूम रहे हैं। अभी और बड़ी चीजें आना बाकी हैं।”
– तेंडुलकर ने कहा- “गोपीचंद आप एक शानदार रोल मॉडल हो, आप अब इससे भी बड़े हो गए हो। हम सभी आपके मुरीद हो गए हैं। हमें और मेडल लाने के लिए आपकी गाइडेंस की जरूरत है। मैं दूसरे कोचों काे भी थैंक्स कहता हूं।”
गोपीचंद बोले- ये एचीवमेंट्स गोल्ड मेडल से कम नहीं
– कोच पुलेला गोपीचंद ने कहा- “तीनों लड़कियों ( सिंधु, साक्षी और दीपा) ने शानदार कोशिशें कीं। ये किसी गोल्ड मेडल से कम नहीं हैं।”
– बैडमिंटन प्लेयर पीवी सिंधु ने कहा- “जब मुझे स्विफ्ट डिजायर गिफ्ट दी गई थी, तो सचिन सर ने कहा था कि मैं अगर ओलिंपिक मेडल जीतकर लाती हूं तो वह मुझे निश्चित ही दूसरी कार गिफ्ट में देंगे। आज यह हो गया।”
– रेसलर साक्षी मलिक ने कहा- “मैं रियो अकेली गई थी। आज पूरा देश मेरे साथ है। अपना प्यार ऐसे ही बनाए रखें ताकि मैं टोक्यो में ब्रॉन्ज को गोल्ड में बदल सकूं। सचिन जी, मेरा भाई आपका बहुत बड़ा फैन है। कृपया हमें एक फैमिली पिक्चर लेने दें।”
– जिम्नास्ट दीपा कर्माकर ने कहा- “बिना मेडल के भी मुझे इतना सपोर्ट मिल रहा है। थैंक्यू सचिन सर।”
– सिंधु के कोच पुलेला गोपीचंद को भी BMW दी गई।
सिंधु, साक्षी और दीपा के अचीवमेंट
# सिंधु ने बैडमिंटन में दिलाया पहला सिल्वर
– सिंधु ने रियो में सिल्वर जीता। 92 साल से भारत ओलिंपिक में महिला एथलीट्स भेज रहा है। लेकिन सिल्वर जीतने वाली वे पहली महिला हैं। बैडमिंटन में भी पहली बार सिल्वर सिंधु ने ही दिलाया है।
# साक्षी ने दिलाया अोलिंपिक में महिलारेसलिंग का पहला मेडल
– साक्षी ने रियो ओलिंपिक का पहला मेडल जीता। उन्होंने रेसलिंग में ब्रॉन्ज मेडल जीता। महिला रेसलिंग में भारत का किसी भी अोलिंपिक में पहला मेडल है।
# दीपा रहींं 4th पोजिशन पर
– जिमनास्टिक में दीपा 4th पोजिशन पर रही थीं। 1896 से हो रहे ओलिंपिक में पहली बार ऐसा हुआ है कि कोई भारतीय जिमनास्ट फाइनल में पहुंचा।
– बता दें कि दीपा भारत की ओर से ओलिंपिक में जाने वाली पहली महिला जिमनास्ट हैं।
– आजादी के बाद से 11 भारतीय पुरुष जिमनास्ट ओलिंपिक में जा चुके हैं। इससे पहले 1952 में 2, 1956 में 3 और 1964 में 6 भारतीय पुरुष जिमनास्ट ओलिंपिक में गए थे।
– 52 साल बाद दीपा ओलिंपिक के जिमनास्टिक में हिस्सा लेने वाली एथलीट बनी थीं