गाजा में युद्धविराम के प्रस्ताव पर भारत के संयुक्त राष्ट्र में मतदान से परहेज करने पर कांग्रेस ने सरकार की आलोचना की है। मल्लिकार्जुन खरगे और प्रियंका गांधी ने इस फैसले को भारत की विदेश नीति से विचलन बताया।
संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में गाजा में तत्काल और स्थायी युद्धविराम के प्रस्ताव पर भारत ने वोट नहीं दिया। इस पर कांग्रेस ने सरकार की आलोचना की है। 149 देशों ने प्रस्ताव के पक्ष में वोट दिया, लेकिन भारत उन 19 देशों में शामिल था जिन्होंने वोट नहीं दिया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, प्रियंका गांधी, पवन खेड़ा और के सी वेणुगोपाल जैसे वरिष्ठ नेताओं ने भारत के इस फैसले की आलोचना की है। उन्होंने इसे भारत की विदेश नीति से भटकाव बताया है। खरगे ने कहा कि भारत की विदेश नीति “बर्बाद” हो गई है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को “बार-बार हो रही गलतियों” की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। प्रियंका गांधी ने भारत के UN में वोट न देने को “शर्मनाक और निराशाजनक” बताया है। पवन खेड़ा ने इसे “नैतिक साहस की कमी” कहा है। भारत के UN में वोट न देने पर विवाद हो रहा है।
भारत की विदेश नीति अब सही नहीं – कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि भारत की विदेश नीति अब सही नहीं है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से इस बारे में जवाब मांगा है। खरगे ने कहा कि 149 देशों ने गाजा में युद्ध रोकने के लिए UN में प्रस्ताव रखा, लेकिन भारत उन 19 देशों में था जिसने वोट नहीं दिया। उन्होंने कहा कि इस वजह से भारत दुनिया में अकेला पड़ गया है।
UN में भारत का वोट न देना शर्मनाक – केरल के वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि UN में भारत का वोट न देना शर्मनाक है। उन्होंने कहा, “यह हमारे उपनिवेशवाद विरोधी इतिहास से दुखद बदलाव है। हम चुपचाप खड़े हैं जब नेतन्याहू एक पूरे देश को खत्म कर रहे हैं। हम उनकी सरकार को ईरान पर हमला करते और अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन करते हुए देख रहे हैं।” भारत सरकार गलत काम होते हुए देख रही है और कुछ नहीं कर रही है।
Home / Uncategorized / इजरायल एक राष्ट्र का सफाया कर रहा है, लेकिन हम चुप हैं… UN में गाजा वोटिंग को लेकर कांग्रेस का सरकार पर निशाना