
अक्सर मां या दादी अपनी बेटी को कुछ काम करने से मना करती है। क्योंकि शास्त्रों के अनुसार आज भी लड़कियों को कुछ काम करने की अनुमति नहीं है। आज के इस मार्डेन समय में जहां महिलाएं पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है वहीं शास्त्रों का नाम लेकर उन्हें छोटे-मोटे काम करने से भी रोक दिया जाता है। खुद महिलाएं भी ऐसी मान्यताओं को मानते हुए कुछ काम नहीं करती है, जिनमें से कुछ तो उनके बालों से भी जुड़ी हुई है। आज हम आपको महिलाओं के बालों से जुड़ी ऐसी ही कुछ बातें बताने जा रहें है जिसे सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे। तो चलिए जानते है शास्त्रों के अनुसार महिलाओं के बालों से जुड़ी ऐसी ही कुछ मान्यताएं।
महिलाओं के बालों से जुड़ी बातें
1. ऐसा माना जाता है कि मेंसुरेशन या मासिक धर्म पहले दिन महिलाओं को बाल नहीं धोने चाहिए। ऐसा करने से वो स्त्री पागल हो सकती है या फिर इससे अधिक रक्तस्राव और कमजोरी के साथ-साथ उनके बीमार पड़ने का डर रहता है।
2. शास्त्रीय ही नहीं बल्कि वैज्ञानिकों के अमुसार भी इन दिनों में महिलाओं को ठंड से बचना चाहिए। इससे महिलाओं के यूट्रस को नुकसान पहुंचाता है और उन्हें गर्भधारण में प्रॉब्लम आती है।
3. एक मान्यता यह भी है कि पूजा के दौरान महिलाओं को अपने बाल खुले नहीं रखने चाहिए। इससे परिवार के साथ कुछ बुरा हो सकता है।
4. सिर झाड़ते समय टूटे हुए बालों का गुच्चा बनाकर लड़कियां इधर-उधर फैंक देती है लेकिन माना जाता है कि ऐसा करने से परिवार में कलह और कलेश होता है।
5. शास्त्रों में महिलाओं को पूर्णिमा की रात खिड़की के पास खड़े होकर बाल कंघी या खोलकर खड़े होने से मना किया गया है।
6. कुछ मान्यताओं के अनुसार महिलाओं के हाथों से कंघी गिरना किसी अशुभ होने का संकेत है। जबकि वैज्ञानिकों के मुताबिक ऐसा होना आंतरिक कमजोरी या किसी स्वास्थ्य परेशानी का संकेत होता है।
7. कहा जाता है कि चंद्रमा की रात्रि में महिलाओं को अपने बाल खुले नहीं छोड़ने चाहिए। इससे भूत, चुड़ैल या शैतानी शक्तियां का महिलाओं पर काबू पाना आसान हो जाता है।
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