अमेरिकी राष्ट्रपति पद की डेमोक्रेट उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन के प्रचार अभियान में एफबीआई द्वारा की गई पूछताछ एक मुद्दे के रूप में छा गया है। दरअसल, जब हिलेरी विदेश मंत्री थी उस दौरान उनके द्वारा सरकार सर्वर से निजी ईमेल का इस्तेमाल किए जाने के मामले की जांच हो रही है। इसी के तहत उनसे करीब साढ़े तीन घंटे तक पूछताछ की गई थी। वह इससे घबराई बिल्कुल नहीं हैं। उनके प्रचार अभियान से जुड़े लोगों का कहना है कि हिलेरी ने सारे सवालों के जवाब स्वेचछा से दिए हैं। वह जांच प्रक्रिया का सम्मान करती हैं। इससे जाहिर है कि उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया ही नहीं गया, वह स्वयं पेश होने के लिए गई थीं। लेकिन उनकी प्रतिद्वंद्वी पार्टी रिपब्लिकन इसे मुद्दा बना कर उन पर हमलों की बौछार जरूर करेगी। इस पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ट्वीट कर चुके हैं कि एफबीआई के लिए यह असंभव है कि वह हिलेरी पर आपराधिक दोष के लिए सिफारिश करें।
एफबीआई छानबीन कर रही है कि राष्ट्रपति बराक ओबामा के पहले कार्यकाल के दौरान विदेश मंत्री रहते हुए हिलेरी और उनके सहयोगियों ने एक निजी ईमेल सर्वर पर किसी गोपनीय जानकारी का दुरुपयोग तो नहीं किया? हालांकि हिलेरी इससे इंकार कर चुकी है, लेकिन वह स्वीकार करती हैं कि उन्होंने सुविधा के लिए इस ईमेल एड्रेस का इस्तेमाल किया था। अपनी सफाई में हिलेरी कहती हैं कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया। सूचना के लिए पर्सनल मेल आईडी का इस्तेमाल करना गैर कानूनी नहीं है।
न्याय मंत्रालय अब यह पता लगा रहा है कि क्या यह एक आपराधिक मामला है? मंत्रालय के मुताबिक क्लिंटन और उनसे पहले अमरीका के विदेश मंत्री रहे कई लोगों ने ईमेल सुरक्षा पर पूरा ध्यान नहीं दिया। इससे इंकार नहीं किया जा सकता कि चुनाव से कुछ समय पहले इस पूछताछ से अटकलों का बाजार गर्म हो गया है।
खास बात तो यह है कि चार संभावित उप राष्ट्रपतियों ने भी हिलेरी का बचाव किया है। ओहियो के सीनेटर शेर्रोड ब्राउन के अनुसार इसमें चिंता की कोई बात नहीं है। हिलेरी ने जांच के दोरन 30 हजार ईमेल को नष्ट कर दिया। ये मेल उनके टैक्स रिटर्न से संबंधित थे। हिलेरी ने प्रशासन से मिलकर बात करने मेंं हमेशा सक्रियता दिखाई है। न्यू जर्सी के सीनेटर कोरी ब्रूकर कहते हैं कि हिलेरी को दोषी नहीं ठहराया जाएगा।
अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह जांच कार्य कब तक चलेगा। अथवा क्लिंटन पर मुकदमा चलाया जाएगा या नहीं। कई पर्यवेक्षकों का मानना है कि उनसे हुई पूछताछ से प्रतीत होता है कि जांच का काम अंतिम दौर में है और यह समाप्त होने के करीब है। डेमोक्रेटिक पार्टी की कन्वेन्शन फिलडेल्फिया में 25 जुलाई को होनी है। कैलिफोर्निया के सीनेटर जेवियर बेकेर्रा पूछताछ के बाद एर्टोनी जनरल और बिल क्लिंटन में हुई बैठक कहीं मुद्दा न बन जाए, इसलिए वे इसे जांच से जुड़ा हुआ नहीं मानते। न ही एर्टोनी जनरल के ईमान पर अंगुजी उठाई जा सकती है।
अपनी बदजुबानी के लिए आलोचना के शिकार बन चुके ट्रंप भी कहां चुप रहने वाले थे। उन्होंने बिना समय गवांए ट्रवीट कर दिया कि धूर्त हिलेरी पर कोई आरोप नहीं लगाया जाएगा। देश की पूरी व्यवस्था आंखों में धूल झोंक रही है। फिर दोहराते हैं कि वह यदि राष्ट्रपति बनें तो अदालत के सामने हिलेरी को दोषी ठहराएंगे। इसके विपरीत पूर्व रिपब्लिकन सीनेटर और राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रह चुके रिक सैंटोरम ने ट्रंप का समर्थन तो किया, लेकिन वे इससे इंकार करते हैं कि इस मामले में क्लिंटन का पक्ष लिया जा रहा है। वे यह संकेत भी देते हैं कि हिलेरी के व्हाइट हाउस के साथ पूर्व संबंध इस जांच कार्य को प्रभावित कर सकते हैं। ओबामा भी हिलेरी के अभियान में शामिल होने वाले हैं। यदि वे हिलेरी क्लिंटन के बजाय सिर्फ देश की विदेश मंत्री ही होतीं तो अब तब उनके खिलाफ कार्रवाई कर दी जाती।
अपनी सफाई में हिलेरी क्लिंटन पक्ष रखती हैं कि वे अपना सारा रिकार्ड सामने रख देंगी। उन्होंने वोटरों का विश्वास जीता है और उनके लिए काम करती रहेंगी। उपराष्ट्रपति के एक अन्य संभावित उम्मीदवार टॉम पेरेज बताते हैं कि लोगों को ट्रंप पर विश्वास नहीं है और वोटर हिलेरी की भूमिका को ई मेल से नहीं जोड़ रहे हैं। पेरेज कहते हैं कि हिलरेी इसलिए राष्ट्रपति बनना चाहती हैं कि वे लोगों को नए अवसर देंगी हैं इसमें आने वाली बाधाओं को दूर करना चाहती हैं।
बहरहाल, जब तक यह जांच कार्य पूरा नहीं होता तब तक चर्चा का केंद्र बन रहेगा। ट्रंप को बैठे बिठाए हिलेरी पर वार करने का हथियार जरूर किल गया है।