
चीन के कर्ज के जाल में फंसे पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया है। कश्मीर मुद्दा उठाने पर पाकिस्तान को भारत ने करारा जवाब दिया है। प्रथम सचिव अनुपमा सिंहन ने पाकिस्तान में लगातार हो रहे अल्पसंख्यकों के दमन और आतंकवाद का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि एक सदस्य ने फिर भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा चलाने के लिए इस मंच का इस्तेमाल किया है। भारत के चुनावों में जम्मू-कश्मीर के लोगों का हिस्सा लेना ही अपने आप में जवाब है।
उन्होंने आगे कहा, ‘इस देश की उपलब्धि दुनिया में सबसे बड़ा आतंक का निर्यातक होना है। यहां अल्पसंख्यकों के साथ-साथ कई मुस्लिमों का दमन होता है। पाकिस्तान को अपने घर को ठीक रखना चाहिए।’ इससे पहले भारत ने फरवरी में भी पाकिस्तान को UNHRC में जमकर सुनाया था। तब तुर्की को भी कश्मीर मुद्दा उठाने पर भारत ने जवाब दिया था। भारत ने तब तुर्की को कहा था कि उसकी ओर से आंतरिक मामलों में टिप्पणी नहीं करना चाहिए।
पाकिस्तान पर बोला था हमला – पाकिस्तान हर मंच का इस्तेमाल भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा चलाने में करता है। फरवरी में उसने जब कश्मीर का मुद्दा उठाया, तब भारत ने कड़ा प्रहार किया था। भारत ने कहा था, ‘हम उस देश पर और ध्यान नहीं दे सकते जो लाल रंग में डूबा हुआ है। दुनिया भर में प्रायोजित आतंकवाद से रक्तपात का लाल, कर्जे वाली राष्ट्रीय बैलेंस शीट का लाल। इसके अपने ही लोगों को शर्मिंदगी महसूस होती है कि उनकी सरकार वास्तविक हितों को पूरा करने में विफल रही है।’
कश्मीर पर पाकिस्तान को सुनाया – जून के शुरुआती सप्ताह में पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ चीन यात्रा पर गए थे। तब चीन और पाकिस्तान के संयुक्त बयान में कश्मीर का जिक्र किया गया था। इसे लेकर भारत ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न अंग है और किसी भी देश को उनकी स्थिति पर टिप्पणी का अधिकार नहीं है। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा था कि चीन-पाकिस्तान के संयुक्त बयान में जम्मू और कश्मीर के अनुचित संदर्भों को हम अस्वीकार करते हैं।
Home / News / पाकिस्तान दुनिया का सबसे बड़ा आतंकवाद निर्यातक… कश्मीर मुद्दा उठाने पर भारत ने लगाई क्लास, UNHRC में धो डाला
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