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634 दिन बाद खेला पहला टेस्ट, टी-20 स्टाइल में ठोका शतक, धोनी के रिकॉर्ड की बराबरी


टी-20 स्पेशलिस्ट ऋषभ पंत का बल्ला टेस्ट क्रिकेट में कितनी तेजी से चलता है, ये बताने की जरूरत नहीं। सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल होने के बाद 634 दिन के अंतराल में अपना पहला टेस्ट खेल रहे खब्बू बल्लेबाज ने 124 गेंद में सेंचुरी ठोक दी।
634 दिन बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी करते हुए ऋषभ पंत ने धमाकेदार शतक ठोक दिया। बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट की पहली पारी में पंत 39 रन बनाकर आउट हो गए थे। अब दूसरी पारी में उन्होंने 124 गेंदों में अपनी छठी सेंचुरी पूरी की। वह 128 गेंद में 109 रन बनाकर आउट हुए। इसी के साथ उन्होंने पूर्व महान कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (छह शतक) की बराबरी भी कर ली।
बाउंड्रीज से आए 109 में से 76 रन – सात बार नर्वस नाइंटीज का शिकार हो चुके ऋषभ पंत ने अपनी शतकीय पारी के दौरान 13 चौके और चार छक्के उड़ाए। इसी के साथ एमए चिदंबरम स्टेडियम में भारत की बांग्लादेश पर लीड 450 रन के पार हो गई। पहली बार टेस्ट क्रिकेट में साथ में बल्लेबाजी कर रहे ऋषभ पंत और शुभमन गिल के बीच चौथे विकेट के लिए 167 रन की साझेदारी हुई। जो इस स्टेडियम में भारत के लिए तीसरी पारी में दूसरी सबसे बड़ी पार्टनरशिप है। पहले नंबर पर मोहिंदर अमरनाथ और मोहम्मद अजहरुद्दीन (190 vs ENG) है।
धोनी के रिकॉर्ड की बराबरी – महज 20 साल की उम्र में इंग्लैंड के ही खिलाफ इंग्लैंड में टेस्ट डेब्यू करने वाले ऋषभ पंत ने महेंद्र सिंह धोनी के बड़े रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। अब वह धोनी के साथ भारत के लिए सबसे ज्यादा शतक बनाने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज बन चुके हैं। धोनी ने छह टेस्ट शतक बनाने के लिए 144 पारी खेली थी जबकि ऋषभ पंत ने ये मुकाम सिर्फ 58 पारियों में ही हासिल कर लिया।
मौत के मुंह से निकलकर पहुंचे – ऋषभ पंत दिल्ली से अपने परिवार के पास रूड़की जा रहे थे, तब 30 दिसंबर 2022 को उनकी कार रूड़की के पास मोहम्मदपुर जाट एरिया अनियंत्रित होकर पहले डिवाइडर से टकराई और फिर जलकर राख हो गई। इस हादसे में ऋषभ पंत के सिर, घुटने और पिंडली में जबरदस्त चोटें आईं थीं, जिसके बाद मुंबई में उनकी कई सर्जरी हुई। जानकारों ने कह दिया था कि अब ऋषभ पंत शायद ही कभी क्रिकेट खेल पाएंगे, लेकिन इस युवा विकेटकीपर ने हिम्मत नहीं हारी और आज कड़ी मेहनत के दम पर दोबारा भारतीय टीम में जगह बना ली। वह दो महीने पहले टी-20 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा थे।