रियो डि जनेरो।
भारत की पीवी सिंधु ने कमाल करते हुए सेमीफाइनल में छठी रैंकिंग वाली जापान की नोजोमी ओकुहारा को सीधे सेटों में 21-19, 21-10 से हरा कर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। इस जीत से भारत के पदकों की संख्या में इजाफा हो गया है। इससे पहले कुश्ती में साक्षी ने भारत को कांस्य पदक दिलाया था। सिंधु का शुक्रवार को फाइनल में मुकाबला स्पेन की वर्ल्ड नंबर वन कैरोलिना मारिन से होगा
भारत के लिए ये ओलंपिक एक बुरे सपने की तरह रहा है। इस बार देश को उम्मीद थी कि पिछले ओलंपिक से ज्यादा पदक आएंगे पर ऐसा नहीं हो पाया। भारत के बड़े बड़े खिलाड़ी हारकर बाहर हो चुके हैं। जिनमें लिएंडर पेस, सानिया मिर्जा, रोहन बोपन्ना और साइना नेहवाल ऱहे। इन खिलाड़ियों के अलावा भी बहुत से ऐसे खिलाड़ी रहे हैं, जिनसे देश को पदक की उम्मीद थी।
पहला गेम
पहले गेम में सिंधु ने शुरुआत में ही नोजोमी पर बढ़त बना ली। एक समय सिंधु की बढ़त 9-6 हो गई थी। सिंधु ने पहले गेम में पूरे समय लंबी रैली खिलाई और नोजोमी को नेट के पास आकर खेलने का मौका नहीं दिया, जिसके लिए वह कोशिश कर रहीं थी। 13 मिनट के खेल में सिंधु ने 11-8 की बढ़त बना ली। नोजोमी ने इसके बाद शानदार खेल दिखाया और स्कोर में 1 अंक और जोड़कर सिंधु के कुछ करीब पहुंच गईं। सिंधु ने अपनी गलतियों से भी कुछ अंक गंवाए। नोजोमी ने गजब का खेल दिखाते हुए 20-19 का स्कोर कर लिया पर इस समय सिंधु ने एक अंक लेकर पहले गेम जीत लिया।
दूसरा गेम
दुसरे गेम में सिंधु ने कमाल का खेल दिखाया और आसानी से 21-10 से इसको अपने पक्ष में कर लिया। दूसरे गेम के शुरु होते ही दोनों खिलाड़ियों ने बढत बनाने का प्रयास किया। एक समय नोजोमी ने 7-5 की बढ़त बना ली थी। उसके बाद सिंधु ने वापसी करते हुए स्कोर को 8-8 से बराबर कर लिया। यहीे से सिंधु के खेल ने गति पकड़ी और बिना किसी परेशानी के मैच को जीतकर भारत के लिए इतिहास बना दिया।