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आेलंपिक जिमनास्ट में पहली बार देश को एंट्री दिलाने वाली दीपा करमाकर ने वाॅल्ट फाइनल में दमदार प्रदर्शन किया। हालांकि वे मेडल से चूक गर्इ। फाइनल में दीपा 066 अंकों के साथ चौथे स्थान पर रहीं।
नर्इ दिल्ली।
आेलंपिक जिमनास्ट में पहली बार देश को एंट्री दिलाने वाली दीपा करमाकर ने वाॅल्ट फाइनल में दमदार प्रदर्शन किया। हालांकि वे मेडल से चूक गर्इ। फाइनल में दीपा 15.066 अंकों के साथ चौथे स्थान पर रहीं। दीपा ने जिम्नास्टिक के फाइनल में पहुंचने आैर चौथे स्थान पर रहते हुए इतिहास रच दिया। दीपा पहली भारतीय महिला जिमनास्ट हैं जो जिमनास्ट के फाइनल में पहुंची हैं।
फाइनल में दीपा ने शानदार खेल दिखाया। हालांकि ये उन्हें जीत नहीं दिला सका आैर वे कांस्य पदक से चूक गर्इं। दीपा ने डिफिकल्टी में 8.666 आैर एक्सीक्यूशर में 8.266 अंक हासिल किए। उन्हें पहले प्रयास में 14.866 आैर दूसरे प्रयास में 15.266 अंक हासिल किए। जिनका आैसत 15.066 रहा।
दीपा ने अपने प्रयास में 6 डिफिकल्टी आैर दूसरे प्रयास में सात डिफिकल्टी को चुना था। यदि वे अपने दूसरे प्रयास में सात डिफिकल्टी के साथ थोड़ा आैर बेहतर प्रदर्शन कर पाती आैर लैंडिंग को सही तरीके से अंजाम दिया हाेता तो शायद परिणाम कुछ आैर होता। एक वक्त दीपा दूसरे स्थान पर चल रहीं थीं लेकिन बाद में वे चौथे स्थान पर आ गर्इं।
गौरतलब है कि इसी स्पर्धा में अमरीका की सिमोन ने 15.966 अंकों के साथ स्वर्ण पदक जीता वहीं रूस की मारिया पसेका ने 15.253 अंकों के साथ रजत आैर स्विटजरलैंड की गियूलिया ने 15.216 अंकों के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया।