
मौसम में आ रहे बदलाव के साथ जैसे ही सर्दी की शुरुआत होती है वैसे ही हार्ट अटैक के मामले भी बढ़ने लगते हैं। ठंड से शारीरिक गतिविधियां कम होने से खून में कम्पोनैंट आपस में जुड़कर सीधे दिल पर हमला करते हैं। इससे खून की सप्लाई प्रभावित होने से हार्ट अटैक होता है। मोटापा, तनाव, डायबिटीज और ब्लड प्रैशर हार्ट अटैक के लिए ज्यादा जिम्मेदार हैं। 40 की उम्र में होने वाला हार्ट अटैक अब 20-25 साल के युवाओं को भी हो रहा है। इसमें अधिकांश मामलों में पुरुष पीड़ित होते हैं।
कारण
– सर्दी के बढ़ने से लोग शारीरिक गतिविधियां कम कर खानपान को ज्यादा तवज्जो देते है जो कि सेहत के लिए काफी हानिकारक होता है।
– युवाओं में स्मोकिंग, हाइपरटैंशन से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ रहा हैं।
लक्षण
– अचानक घबराहट होना
– सिर में तेज दर्द, नब्ज कमजोर होना
– अचानक सांस फूलने लगना
– तनाव से खून की सप्लाई में प्रैशर बढऩा
बचाव
– हृदय रोगी चढ़ाई या ज्यादा चलने से परहेज करें
– कोलेस्ट्रोल बढ़ाने वाले पदार्थों का सेवन न करें
– तत्काल प्रभाव से तंबाकू के साथ धूम्रपान छोड़ें
– फल-सब्जियों का ज्यादा सेवन करें
सर्दी में इनसे बचें
– ब्लड प्रैशर, डायबिटीज और अस्थमा के मरीज सर्दियों में विशेष सावधानी बरतें
– शरीर में पर्याप्त कपड़े डालकर ही बाहर निकलें
– नहाने के दौरान ठंडा पानी पहले पैरों पर डालें और बाद में शरीर के अन्य हिस्सों पर। इससे शरीर के तापमान में संतुलन बना रहेगा
– ठंडे पानी का सेवन न करें, गुनगुना पानी लें
– दुग्ध उत्पादों का सेवन करने से परहेज करें
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