अलास्का, जो रूस से सिर्फ 55 मील की दूरी पर स्थित है, वो यूएस एयरफोर्स के लिए एक मजबूत किला है। लेकिन रूसी एक्सपर्ट्स का दावा है कि इस मजबूत किले में भी सेंधमारी की जा सकती है। अलास्का क्षेत्र 660,000 वर्ग मील से ज्यादा हिस्से में फैला हुआ है।
क्या रूस ने अमेरिकी वायुसेना के सबसे कमजोर नस पर प्रहार करने की स्ट्रैटजी बनानी शुरू कर दी है? ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि रूस के डिफेंस एक्सपर्ट्स ने 15 जून को एक बड़ा खुलासा किया है। रूसी एक्सपर्ट्स ने कहा है कि रूस ने अमेरिकी हवाई सुरक्षा में एक ऐसी कमजोरी का पता लगाया है, जो भविष्य में अमेरिका के साथ संघर्ष के दौरान चीन या रूस के लिए एक बड़ा मौका बन सकता है। अलास्का, जो रूस से सिर्फ 55 मील की दूरी पर स्थित है, वो यूएस एयरफोर्स के लिए एक मजबूत किला रहा है। लेकिन रूसी एक्सपर्ट्स का दावा है कि इस मजबूत किले में भी सेंधमारी की जा सकती है। अलास्का क्षेत्र 660,000 वर्ग मील से ज्यादा हिस्से में फैला हुआ है और ये अमेरिका और आर्कटिक और प्रशांत महासागर रूस के साथ एक बफर जोन के तौर पर काम करता है। अब रूस ने अलास्का के नजदीक अपने एसयू-57 स्टील्थ फाइटर जेट को भेजा है। जिसका मकसद अमेरिका की कमजोरी का पता लगाना था और रूसी एक्सपर्ट्स का कहना है कि स्ट्रैटजिक कमजोरी का पता लगा लिया गया है।
शीत युद्ध के दौरान अलास्का अमेरिकी डिफेंस स्ट्रैटजी का एक महत्वपूर्ण केंद्र था, जहां उत्तरी अमेरिकी एयरोस्पेस डिफेंस कमांड (NORAD) के रडार साइट्स और सोवियत विमानों का पता लगाने और उन्हें रोकने के लिए डिजाइन किए गए हवाई अड्डे जैसे प्रमुख प्रतिष्ठान स्थित थे। इस क्षेत्र में अमेरिका ने जमीनी रडार और अपने फाइटर जेट्स तैनात कर रखे थे, ताकि किसी भी संभावित रूसी घुसपैठ को रोका जा सके। लेकिन अब इसकी सुरक्षा क्षमता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। खासकर उस वक्त जब अमेरिका ने E-7 Wedgetail AEW&C (Airborne Early Warning and Control) विमान के अधिग्रहण को रद्द कर दिया है। यह फैसला अमेरिका के बजट की प्राथमिकता और डिफेंस स्ट्रैटजी में उलझन का खुलासा करता है।
Home / Uncategorized / अमेरिका के दरवाजे पर गरजे रूसी सुखोई SU-57 लड़ाकू विमान, यूएस एयरफोर्स की सबसे कमजोर नस को ‘दो दोस्तों’ ने दबाया