
सैफ अली खान पर एक तरफ हमला हुआ और दूसरी ओर पैतृक संपत्ति पर खतरा मंडरा रहा है। सैफ अभी पटौदी महल के मालिक हैं, जिसे 8वें नवाब इफ्तिखार अली खान के कहने पर बनाया गया था। सैफ को यह महल विरासत में नहीं मिला, बल्कि अपनी मेहनत से 800 करोड़ रुपये चुकाकर नीमराना होटल्स से वापस लिया था।
इस वक्त सैफ अली खान जहां एक तरफ खुद पर हुए हमले के कारण सुर्खियों में हैं, वहीं दूसरी ओर वह 15 हजार करोड़ की पैतृक संपत्ति के कारण भी चर्चा में हैं। कहा जा रहा है कि भोपाल में सैफ के अब्बा मंसूर अली खान पटौदी और उनके परिवार की इस संपत्ति पर सरकार का कब्जा हो सकता है। भोपाल रियासत की इन संपत्तियों पर साल 2015 से स्टे चल रहा था, जो अब खत्म हो चुका है। सैफ के हाथ से भले ही पैतृक संपत्ति जाने वाली हो, पर वह अभी भी पटौदी महल के मालिक हैं और रहेंगे। बहुत से लोग मानते हैं कि सैफ को यह महल विरासत में मिला था, पर ऐसा नहीं है। इसी विरासत वाले पटौदी महल को सैफ को वापस लेने में 800 करोड़ रुपये देने पड़ गए थे। पूरी कहानी क्या है, यह खुद सैफ अली खान ने एक इंटरव्यू में बताई थी।
सैफ अली खान पटौदी खानदान के 10वें नवाब हैं। इस नाते बहुत से लोग मानते हैं कि सैफ को सारी संपत्ति और पटौदी महल बिना मेहनत किए विरासत में मिला। जबकि सच यह नहीं है। दरअसल पटौदी महल 2000 की शुरुआत में ही एक हैरिटेज होटल में तब्दील कर दिया गया था। यह नीमराना होटल्स के पास किराए पर था। साल 2005 से यह पटौदी महल एक लग्जरी होटल की तरह चलाया जाने लगा। यह डेस्टिनेशन वेडिंग से लेकर हाई-प्रोफाइल शादियों तक के लिए फेवरेट स्पॉट बन गया था। साल 2014 तक यह होटल की तरह चलता रहा।
अब्बा के इंतकाल के बाद महल वापस लेने का फैसला – लेकिन सैफ ने पिता मंसूर अली खान पटौदी के इंतकाल के बाद पटौदी महल को वापस लेने का फैसला कर लिया। उनके पिता का साल 2011 में इंतकाल हो गया था। उनके बाद कायदे से पटौदी महल के वारिस सैफ अली खान थे। लेकिन उन्हें पता चला कि इसे पट्टे पर दिया गया है और वापस लेने के लिए पैसे चुकाने होंगे। लेकिन यह रकम छोटी-मोटी नहीं थी।
Home / Entertainment / Bollywood / सैफ ने की थी 800 करोड़ की डील, दोबारा पैसे देकर खरीदा था पुश्तैनी पटौदी महल, इसी में दफन हैं अब्बा और दादा-दादी
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