कोलंबो : निर्वासित जीवन बिता रहे मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने आज एेलान किया कि वह अपने देश लौटेंगे और अगले साल होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में उतेंगे। उन्होंने एेलान किया कि भारत लोकतंत्र स्थापित करने में सहायता करेगा। नशीद ने पार्टी नेताओं के साथ बातचीत के बाद यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ हमने फैसला किया है कि एम.डी.पी. (मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी) कोई प्रत्याशी उतारेगी।
मुझे उम्मीद है कि मैं उसका उम्मीवार हूंगा ।’’ चुनाव लडऩे से रोकने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर नशीद ने कहा कि एमडीपी को अगर अपनी पसंद का उम्मीदवार नहीं उतारने दिया गया तो वे मौजूदा राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन को चुनौती देने के लिए वैकल्पिक आम उम्मीदवार उतारने के बारे में विचार करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘ 2008 और 2013 में वे सोचते थे कि मैं चुनाव नहीं लड़ पाउंगा लेकिन मैंने चुनाव लड़ा।’’
उन्होंने कहा कि भावी राजनीतिक रणनीति तय करने के लिए उन्होंने यहां एमडीपी के अपने पदाधिकारियों के साथ बातचीत की थी। नशीद देश के लोकतांत्रिक तौर पर चुने गए पहले राष्ट्रपति थे जिन्हें 2013 में सत्ता से बेखल कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय मालदीव में लोकतांत्रिक स्वतंत्रता की गांरटी के लिए पर्दे के पीछे से काम कर रहा है और उनकी कोशिशों के सकारात्मक नतीजे आएंगे।