भगवान के अस्तित्व को लेकर हर किसी ने अपने-अपने तरीके से व्याख्या दी है कोई कहता है कि भगवान मंदिरों में वास करते हैं, तो कोई भगवान को कण-कण में विराजते हुए देखते हैं। उनके अस्तित्व को लेकर आज भी बहस चल रही है, किंतु विश्व में एक ऐसा शहर है जहां भगवान के होने की पुष्टि तो नहीं मिलती लेकिन जिस तरह का आकार उस शहर का है इस बात से इंकार भी नहीं किया जा सकता। यहां बात हो रही है इटली के रोम में स्थित वेटिकन सिटी भगवान शिव के शिव लिंग के आकार का है।
यह पहले शिव को समर्पित एक मंदिर था। ऐसा सुन कर थोड़ी देर के लिए तो कोई भी चौंक जाएगा। शायद हम इस संबंध में यकीनन कुछ न कह पाए, लेकिन इतिहासकार पी.एन.ओक ने अपने शोध में यह दावा किया है।
ऐसा माना गया है कि वेटिकन सिटी की खुदाई के दौरान यहां एक शिवलिंग मिला था और इसी कारण इसे धार्मिक आस्था से जोड़ते हुए इस शहर का आकार शिवलिंग जैसा बनाया गया। खुदाई में मिला वह शिवलिंग आज भी वेटिकन सिटी के संग्रहालय में मौजूद है।
वेटिकन सिटी दुनिया का सबसे छोटा देश है। इसका कुल क्षेत्रफल 0.2 वर्गमील है। इसकी कुल आबादी या जनसंख्या लगभग 770 है।
वेटिकन सिटी में बसने वाले सभी व्यक्ति इस देश के पक्के नागरिक नहीं है। वेटिकन सिटी के गार्ड आज भी 16 वीं सदी में डिजाइन की गई वर्दी पहनते है। माइकल एंजलो नामक व्यक्ति ने वर्दी को डिजाइन किया था। वेटिकन सिटी दुनिया का एक ऐसा देश है जहां के लोगों को इनकम टैक्स नहीं देना पड़ता है।
यह देश यूरोप महाद्वीप इटली देश का शहर है। वेटिकन सिटी की अपनी करंसी और डाक व्यवस्था है। इटली का एक शहर होने के बावजूद यह एक स्वतंत्र देश माना गया है और इसे अंतरास्ट्रीय मान्यता प्राप्त है। वेटिकन सिटी की भाषा इटेलियन है। इस देश पर पोप शासन करते है।
वेटिकन सिटी में आकर्षक गिरजाघरों, मकबरों तथा कलात्मक प्रासादों के अतिरिक्त वैटिकन के संग्रहालय तथा पुस्तकालय अमूल्य हैं।
यहां की मातृ भाषा लैटिन है। यहां की आबादी एक हजार से भी कम है। वेटिकन सिटी की अपनी करंसी है जो इटली में भी मान्य है।
वेटिकन सिटी आपके गांव या मोहल्ले से भी छोटा है। इसका क्षेत्रफल 0.44 स्क्वेयर किलोमीटर या 440 स्क्वेयर मीटर है। विश्व का सबसे छोटा देश होने के बावजूद भी वेटिकन अपने नागरिकों को पासपोर्ट सुविधा मुहैया कराता है।