पाकिस्तान और तालिबान के संबंध तनाव के दौर से गुजर रहे हैं। अफगानिस्तान पर हुकूमत करने वाले तालिबान ने पाकिस्तान को हद में रहने की चेतावनी दी है। इस बीच पाकिस्तान ने भी तालिबान के साथ संबंध तोड़ने की धमकी दी है। दोनों ही देशों के सैनिकों के बीच पिछले एक साल में कई बार हिंसक झड़पें हो चुकी हैं। ऐसे में पाकिस्तान की अफगानिस्तान को लेकर विदेश नीति पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। पाकिस्तानी सांसद मोहसिन डावर ने तो भरी संसद में शहबाज शरीफ सरकार को जमकर लताड़ लगाई। उन्होंने आरोप लगाया कि अफगानिस्तान को लेकर पाकिस्तान की नीति फेल हो चुकी है। मोहसिन डावर अफगान सीमा से सटे उत्तरी वजीरिस्तान के एनए-40 सीट से सांसद हैं। वह सीमांत गांधी के नाम से मशहूर खान अब्दुल गफ्फार खान के परपोते भी हैं।
आतंकवादियों ने वजीरिस्तान में कई जगह कब्जा जमाया – मोहसिन डावर ने पाकिस्तानी संसद में गरजते हुए कहा कि उत्तरी वजीरिस्तान के कई इलाकों पर दहशतगर्दों ने कब्जा कर लिया है। मसला यह है कि हम अभी तक इनकार ही करते जा रहे हैं, जैसे कुछ हुआ ही नहीं है। मैं बहुत जिम्मेदारी के साथ कहना चाहता हूं कि हम अभी तक कंफ्यूज हैं। चंद दिन पहले यहां पर हमारे विदेश मंत्री ने कहा था कि अफगानिस्तान में सारे अफगान मिलकर लड़े और उन्होंने मिलकर जीत हासिल की है। अगर यही हमारी अप्रोच है तो हम दहशतगर्दा का मुकाबला नहीं कर सकते हैं, ना ही हम दहशतगर्दी का खात्मा कर सकते हैं।
तालिबान को सेलिब्रेट करने वाले मुल्क के मुजरिम – उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे को सेलिब्रेट किया था, वो सब आज के हालात के जिम्मेदार हैं। हम यहां पर शहनाई बजा रहे थे, हम अपने राजनयिकों को यहां से भेज रहे थे, कि आप लोग सेलिब्रेट किए। जिन लोगों ने सेलिब्रेट किया, वो आज हमारे मुजरिम हैं। आज जो खून बह रहा है, उनके हाथ हमारे खून से रंगे हुए हैं। इन सबको इस चीज का जिम्मेदार ठहराना होगा, इसके बगैर हम इसका हल नहीं निकाल सकते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि तालिबान को स्वात से लेकर वजीरिस्तान तक बसाने के जो-जो जिम्मेदार हैं, जिसमें नेता, पाकिस्तानी सेना के जनरल शामिल हैं, उनको सजा देनी चाहिए।
तालिबान-पाकिस्तान में चरम पर तनाव – चंद दिनों पहले ही तालिबान लड़ाकों ने स्पिन बोल्डक-चमन बॉर्डर पर पाकिस्तानी सेना के पोस्ट पर हमला किया था। इस दौरान हुई फायरिंग में एक व्यक्ति कि मौत भी हुई थी, जबकि 18 अन्य घायल हुए थे। पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने धमकी दी थी कि पाकिस्तानी सेना सीमा पार कर सैन्य कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र है। इसके जवाब में तालिबानी रक्षा मंत्री मुल्ला याकूब ने अपने लड़ाकों को पूरी छूट दे दी थी। याकूब ने कहा था कि अगर अफगान जमीन पर कोई पाकिस्तानी सैनिक पैर रखता है तो उसमें से एक को छोड़कर किसी को जिंदा न छोड़ा जाए।
“Pakistan’s policy of strategic depth in Afghanistan has failed.”Pashtun MNA @mjdawar says Khyber Pakhtunkhwa has been captured by the Taliban. “Those who celebrated the Taliban's capture of Afghanistan, including Pakistani army generals, have Pashtun blood on their hands.” pic.twitter.com/pn1BauoMQZ
— Palki Sharma (@palkisu) December 21, 2022