वॉशिंगटन। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद घर के लोग भी राजनीतिक रूप के बंट गए हैं। यहां तक कि पति-पत्नी के संबंधों में भी दरार आ रही है। ताजा मामला गेल मैककॉर्मिक का है। उन्होंने अपनी 22 साल पुरानी शादी को तोड़ दिया है क्योंकि उनके पति ने ट्रंप को वोट दिया था।
केलिफोर्निया से रिटायर प्रिजन गार्ड खुद को ‘समाजवाद की तरफ झुकी हुई डेमोक्रेट’ मानती हैं। वह बताती हैं कि पिछले साल उन्होंने अपने पति को दोस्तों के साथ फॉर्मल लंच में यह कहते हुए सुना था कि वह ट्रंप को वोट देने के बारे में सोच रहे हैं। इसके बाद से ही वह अपने पति के साथ शादी को तोड़ने का मन बना चुकी थीं।
उन्होंने कहा कि इस बात ने मुझे तोड़ दिया कि वह ट्रंप के लिए मतदान कर सकते हैं। 73 वर्षीय गेल ने कहा कि वह कंजर्वेटिव रिपब्लिकन को छोड़ने के बारे में विचार नहीं किया था। पति के विचारों से मैंने महसूस किया ट्रंप के लिए उनका सपोर्ट मेरे लिए धोखा था।
मुझे लगा मानो में खुद को बेवकूफ बना रही थी। मैंने महसूस किया कि मैं जीवन में उन चीजों को स्वीकार करने में कितना आगे निकल गई थी, जिन्हें मैं युवावस्था में कभी स्वीकार नहीं करती थी।
राजनीतिक दलों और नेताओं को लेकर पति-पत्नी के बीच विरोध का यह कोई नया या पहला मामला नहीं है। इससे पहले भारत में भी एक महिल ने अपने पति से इसलिए तलाक ले लिया था क्योंकि वह मोदी का विरोध कर रहा था।
महिला प्रधानमंत्री के नोटबंदी के फैसले को समर्थन देते हुए कहा था कि मोदीजी के लिए मैं अपने पति को भी तलाक देने के लिए तैयार हूं। सोशल मीडिया में वह वीडियो काफी वायरल हुआ था। महिला का नाम रश्मि जैन बताया गया था।
यह कहा था महिला ने
जो बंदा बिना किसी लालच के काम कर रहा है। आप में से कितने बिना लालच के काम करना चाहेंगे। मेरे को ये बता दो। कोई नहीं करना चाहता। आपने क्या किया, यहां जितने लोग खड़े इन्होंने देश के लिए क्या किया है एक जना बता दो। मोदी जी हर एटीएम में पैसा डालने जाएंगे।
बैंक वाले गड़बड़ कर रहे हैं, तो आप लड़ों हक के लिए। सबके लिए एक अकेला मोदी लड़ रहा है। अगर एक लाख पर सत्तर हजार मिल रहा है, तो ये बैंक वाले गड़बड़ कर रहे हैं ना। एक दिन आप जाओ सीमा पर लड़ने, पानी नहीं मिलता, खाना नहीं मिलता। आपके बच्चे सेना में हैं, लड़ रहे हैं और जान दे रहे हैं।