
तुर्की के अधिकारियों ने गत वर्ष जुलाई में तख्तापलट की असफल कोशिश से जुड़े लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 177 पुलिस अधिकारियों को हिरासत में लेने के आदेश दिए हैं। सार्वजनिक संवाद समिति अनादोलू ने इसकी जानकारी दी।
समिति ने अंकारा स्थित अभियोजक कार्यालय का हवाला देते हुए कहा कि देश के 25 प्रांतों के इन संदिग्धों ने एक एन्क्रिप्टेड स्मार्टफोन मैसेजिंग एप्लिकेशन ‘बायलॉक’ का इस्तेमाल किया था। सरकार ने तख्तापलट की कोशिश के लिए मौलवी फेतुल्लाह गुलेन पर आरोप लगाया और कहा कि वह बायलॉक नामक ऐप का इस्तेमाल करता था। गुलेन वर्ष 1999 से ही पेनसिल्वेनिया में रह रहा है।
इससे पहले तख्तापलट की कोशिश में तुर्की ने 40 हजार लोगों को जेल में बंद कर दिया जिनपर मामला लंबित है। इसके साथ ही सेना, न्यायपालिका और जनसेवा के एक लाख 25 हजार से अधिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों को या तो निलंबित कर दिया गया या बर्खास्त कर दिया गया।
अनादोलू ने बताया कि इन संदिग्धों ने गुलेन के नेटवर्क के साथ कथित संलिप्तता के आरोपों को खारिज कर दिया था। इसने बताया कि पहले ही कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया और उनसे पूछताछ के लिए अंकारा लाया गया था। राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन ने तख्तापलट की असफल कोशिश के बाद देश में आपातकाल की घोषणा कर दी थी।
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