
जयशंकर का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब वैश्विक मंच पर बहुपक्षीयता दबाव में है और उभरते देशों की भागीदारी को और ज्यादा जगह देने की मांग तेज हो रही है। आपको बता दें कि G4 देश सालों से यूएनएससी में सुधार की मांग करते आये हैं। G4 देशों यूएनएससी में अपने लिए स्थाई सदस्यता मांग रहे हैं।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर गुरुवार को 80वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA80) के दौरान जी4 विदेश मंत्रियों की बैठक में जापान, जर्मनी और ब्राजील के विदेश मंत्रियों के साथ बहुत महत्वपूर्ण बैठक की है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखते हुए जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के विस्तार पर चर्चा की और चल रही अंतर-सरकारी वार्ता (आईजीएन) प्रक्रिया का आकलन किया। जयशंकर ने कहा कि G4 देश संयुक्त राष्ट्र को और ज्यादा लोकतांत्रिक और प्रतिनिधित्वकारी बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
G4 देशों की बैठक के दौरान इंटर-गवर्नमेंटल नेगोशिएशन (IGN) प्रक्रिया की मौजूदा स्थिति पर भी विस्तार से चर्चा की गई है। भारत लंबे समय से सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता की मांग करता रहा है और इस मंच पर जयशंकर ने सुधारों की आवश्यकता को एक बार फिर मजबूती से रखा है। बैठक के बाद जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर लिखा कि “न्यूयॉर्क में G4 विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होकर खुशी हुई। जापान, जर्मनी और ब्राजील के साथ मिलकर UNSC सुधार और IGN प्रक्रिया की स्थिति पर विचार-विमर्श किया। G4 ने संयुक्त राष्ट्र सुधार, खास तौर से सुरक्षा परिषद सुधार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।”
Home / News / UNSC में सुधार को टाला नहीं जा सकता… अमेरिका से G4 देशों भारत, जापान, ब्राजील और जर्मनी ने दी चेतावनी, एक्शन में जयशंकर
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