एजेंसी
– मोटापा, मधुमेह और शराब का सेवन दे सकता है लिवर कैंसर
– आम लोगों की तुलना में इस ग्रुप में लिवर कैंसर का खतरा ढाई गुणा ज्यादा

अधिक देर तक बैठने से लिवर में ज्यादा फैट जमा हो जाता है। यह आगे चलकर लिवर कैंसर का एक बड़ा कारण बनता है। चीन में हुए एक अध्ययन में यह बात सामने आई है। इसके अलावा मोटापा, मधुमेह और शराब लिवर के बड़े दुश्मन हैं। इससे लिवर कैंसर होने का खतरा ढाई गुणा बढ़ जाता है।
इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बैलियरी साइंसेज (आईएलबीएस) के निदेशक डॉ. एसके सरीन ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति दिन में पांच घंटे से ज्यादा बैठता है और वह मधुमेह रोग से पीड़ित है तो उसमें फैटी लिवर होने की संभावना बढ़ जाती है। वहीं अगर कोई व्यक्ति मोटापे के साथ-साथ मधुमेह से भी पीड़ित है और शराब का भी सेवन करता है तो ऐसे लोगों में लिवर कैंसर होने का खतरा आम लोगों की तुलना में ढाई गुणा बढ़ जाता है। डॉ. सरीन ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट के मुताबिक वर्तमान में विश्व में कैंसर से होने वाली मौत में लिवर कैंसर का स्थान दूसरा है। डब्ल्यूएचओ का यह भी मानना है कि वर्ष 2030 तक कैंसर से होने वाली मौत के मामले में लिवर कैंसर पहले स्थान पर आ सकता है।
आईएलबीएस निदेशक ने बताया कि मोटापे पर नियंत्रण रख और अल्कोहल का सेवन बंद कर बहुत हद तक लिवर संबंधी बीमारी से दूर रहा जा सकता है। मोटापा बढ़ने पर लिवर का अल्ट्रासाउंड कराना चाहिए। फैटी लिवर होने पर एहतियात के साथ-साथ जरूरी दवाओं का सेवन करना चाहिए।
फोर्टिज इंस्टीट्यूट के सीनियर कंसलटेंट डॉ. मानव वाधवा ने बताया कि कॉफी का सेवन लिवर संबंधी बीमारियों से बचाता है क्योंकि यह एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत माना जाता है। इसके अलावा कच्ची हल्दी भी लाभदायक है।
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