राजस्थान के आईसीआईसीआई बैंक में एक महिला रिलेशनशिप मैनेजर की साजिश का पर्दाफाश हुआ। साक्षी गुप्ता ने 41 ग्राहकों के 110 खातों से 4 करोड़ 58 लाख रुपए निकालकर उनसे ठगी की। उसने ग्राहकों के मोबाइल नंबर बदल दिए ताकि उन्हें लेन-देन की जानकारी न मिले। जानते हैं साक्षी ने अपराध को कैसे अंजाम दिया और रुपयों का क्या किया।
राजस्थान के कोटा शहर में ICICI बैंक की डीसीएम ब्रांच में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। बैंक की रिलेशनशिप मैनेजर साक्षी गुप्ता ने 41 ग्राहकों के 110 से ज्यादा खातों से 4 करोड़ 58 लाख रुपए निकालकर शेयर मार्केट में लगा दिए। इस धोखाधड़ी को अंजाम देने के लिए उसने ग्राहकों के मोबाइल नंबर तक बदल दिए, ताकि ट्रांजैक्शन की जानकारी खाताधारकों तक न पहुंचे। मामले का खुलासा होने के बाद साक्षी को पुलिस ने 31 मई 2025 को गिरफ्तार कर लिया।
ढाई साल में 110 खातों से निकाले रुपए – पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि साक्षी गुप्ता ने 2020 से 2023 तक यह फर्जीवाड़ा किया। उसने 31 ग्राहकों की एफडी समय से पहले तोड़कर 1 करोड़ 34 लाख 90 हजार 254 रुपए अनधिकृत खातों में ट्रांसफर किए। इसके अलावा, 3 लाख 40 हजार रुपए का पर्सनल लोन भी धोखे से लिया। साक्षी ने अधिकतर लेन-देन इंस्टा कियोस्क और डिजिटल बैंकिंग चैनलों के जरिए किए। उसने चार ग्राहकों के डेबिट कार्ड का इस्तेमाल कर एटीएम और इंटरनेट बैंकिंग से भी ट्रांजैक्शन किए।
शेयर मार्केट में डूबे पैसे, परिवार के 50 लाख भी लगाए – साक्षी ने न केवल ग्राहकों के पैसे, बल्कि अपने परिवार के भी 40 से 50 लाख रुपए शेयर मार्केट में लगा दिए। उसने अपने परिजनों के खातों से भी लेन-देन किया, लेकिन मोबाइल नंबर बदलकर ओटीपी और अलर्ट को ब्लॉक कर दिया, जिससे किसी को भनक तक नहीं लगी। शेयर मार्केट में उसे फायदा नहीं हुआ, बल्कि ज्यादातर पैसा डूब गया।
ग्राहकों के मोबाइल नंबर बदलकर की धोखाधड़ी – एसआई इब्राहिम ने बताया कि साक्षी ने ग्राहकों से मोबाइल नंबर बदलने के फॉर्म भरवाए और अपने परिजनों के नंबर दर्ज कर दिए। इससे ट्रांजैक्शन का मैसेज असली खाताधारकों तक नहीं पहुंचा। उसने खातों को ‘पूल खाते’ की तरह इस्तेमाल कर रुपए इधर-उधर ट्रांसफर किए। एक मामले में 15 फरवरी 2023 को एक वरिष्ठ महिला ग्राहक के खाते से 3 करोड़ 22 लाख रुपए निकाले गए, जिसके बाद बैंक ने जांच शुरू की।
बैंक मैनेजर की शिकायत पर हुई कार्रवाई – मामला सामने आने पर डीसीएम ब्रांच के मैनेजर तरुण दाधीच ने 18 फरवरी 2025 को उद्योग नगर थाने में साक्षी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई। जांच के बाद साक्षी को 31 मई को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया गया। पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इस फर्जीवाड़े में उसके साथ और कौन-कौन शामिल था। साक्षी ने 2023 में बैंक में काम करने वाले शरद गुप्ता से लव मैरिज की थी, जो अब दूसरे बैंक में नौकरी करता है।
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