
बांग्लादेशी मीडिया आउटलेट द बिजनेस स्टैंडर्ड के अनुसार, दरिया-ए-नूर एक 26 कैरेट का हीरा है। कोहिनूर की तरह ही इस हीरे को भी दक्षिण भारत में गोलकुंडा की खदानों से निकाला गया था।
बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस सरकार देश के एक सरकारी समय में लंबे समय से बंद पड़ी एक तिजोरी को खोलने की तैयारी कर रही है। माना जा रहा है कि इस तिजोरी में दुनिया के सबसे रहस्यमय और बेशकीमती हीरों में से एक दरिया-ए-नूर को छिपाकर रखा गया है। इस नायाब हीरो को अक्सर कोहिनूर की बहन के नाम से भी जाना जाता है। 26 कैरेट के इस हीरे को भारत की मशहूर गोलकुंडा की खदानों से निकाला गया था। यह मुगल, मराठा और सिख शासकों के पास रहा है और जनता की नजरों से ओझल होने से पहले एक लंबी यात्रा तय की है।
दशकों से इस बेशकीमती हीरे को लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है, ऐसे में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के इस कदम ने उम्मीदों को फिर से जगा दिया है। बांग्लादेशी मीडिया आउटलेट द बिजनेस स्टैंडर्ड के अनुसार, दरिया-ए-नूर एक 26 कैरेट का हीरा है। इसकी सतह आयताकार और मेज के आकार की है। कहा जाता है कि कोहिनूर की तरह ही इस हीरे को भी दक्षिण भारत में गोलकुंडा की खदानों से निकाला गया था।
Home / Uncategorized / कोहिनूर की बहन… बांग्लादेश की यूनुस सरकार खोजेगी हीरा दरिया-ए-नूर, दुनिया के सबसे बेशकीमती हीरों में से एक की कहानी जानें
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