
सऊदी अरब और पाकिस्तान ने पिछले बुधवार को एक ऐतिहासिक रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इस समझौते के बाद सऊदी अरब अब पाकिस्तान की परमाणु छतरी के नीचे आ गया है। एक्सपर्ट इसका भारत पर असर बता रहे हैं।
सऊदी अरब और पाकिस्तान ने हाल ही में एक ऐतिहासिक रक्षा समझौता किया है। इस समझौते में कहा गया है कि किसी एक देश पर हमले को दोनों देश अपने ऊपर हमला मानेंगे। भारत के दुश्मन पाकिस्तान और दोस्त सऊदी अरब के बीच इस समझौते ने नई दिल्ली की चिंताएं बढ़ा दी हैं। इस बीच दक्षिण एशिया के मामलों के एक्सपर्ट माइकल कुगलमैन ने सऊदी-पाकिस्तान रक्षा समझौते को गेम चेंजर बताया है। समझौते पर विचार करते हुए कुगलमैन ने इस पहलू की ओर ध्यान दिलाया कि भारत के सऊदी अरब के साथ बेहद करीबी रिश्ते हैं।
भारत-सऊदी संबंधों पर क्या होगा असर? – कुगलमैन ने साफ किया कि यह समझौता सऊदी अरब और भारत के संबंधों को प्रभावित नहीं करेगा। समाचार एजेंसी ANI से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘आतंकवाद की चिंताओं और पिछले उदाहरणों के कारण, यह सऊदी अरब और पाकिस्तान के बीच एक पारस्परिक रक्षा समझौता है। सऊदी अरब के भारत के साथ मजबूत संबंध हैं। यह इस समझौते को सऊदी-भारत संबंधों के आड़े नहीं आने देगा।’
उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है कि यह भारत के लिए इस मायने में महत्वपूर्ण है कि भारत के सऊदी अरब के साथ घनिष्ठ संबंध हैं और भारत-पाकिस्तान के बीच संबंधों के इतिहास को देखते हुए इस बात की पूरी संभावना है कि भारत भविष्य में कभी पाकिस्तान पर हमला कर दे। कुगलमैन ने पाकिस्तान से आतंकवाद को लेकर भारत की लंबे समय से चली आ रही चिंताओं का भी जिक्र किया।
Home / News / भारत के दोस्त को साधकर क्या पाकिस्तान ने मार लिया बड़ा हाथ? सऊदी के साथ डिफेंस डील के मायने, अमेरिकी एक्सपर्ट से समझें
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