ज्योतिष शास्त्र में कई एेेसे उपाय बताए गए हैं, जिनके द्वारा व्यक्ति प्रभु कृपा का पात्र बन सकता है। इसके अनुसार यदि ये उपाय सच्चे मन से किए जाएं तो जल्दी ही इनका सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है। आज हम आपको हनुमान जयंती के मौके पर हनुमान जी का एक एेसा ही उपाय बताने जा रहे हैं, जिसे सच्चे व शुद्ध मन से बिलकुल वैसे ही किया जाए जैसे बताया जाए तो आप सपने में पवनपुत्र की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
उपाय के समय ध्यान रखें ये बातें-
इस उपाय को करते समय ब्रह्मचर्य का पालन करना अनिवार्य है।
क्षौर कर्म जैसे- नाखून काटना, बाल या दाड़ी कटवाने की भी मनाही है।
शराब व मांस का सेवन भी इस उपाय के दौरान न करें।
इस तरह करें ये उपाय
हनुमान जयंती या अन्य किसी शुभ दिन ये उपाय शुरू कर सकते हैं। ये उपाय 81 दिनों का है।
जिस दिन ये उपाय शुरू करें, उस दिन प्रातः जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद शुद्ध वस्त्र पहनकर एक लोटे में पानी लेकर हनुमानजी के मंदिर जाएं।
लोटे के जल से हनुमानजी की प्रतिमा का अभिषेक करें। पहले दिन एक साबूत उड़द का दाना हनुमानजी की प्रतिमा के सिर पर रखकर 11 परिक्रमा करें।
इसके बाद हनुमानजी को प्रणाम कर वह उड़द का दाना लेकर अपने घर लौट आएं और उड़द के दाने को एक साफ बर्तन में रख दें।
दूसरे दिन भी यही प्रक्रिया करें, लेकिन उड़द के दानों की संख्या दिन के अनुसार बढ़ाते रहें। जैसे दूसरे दिन 2 उड़द के दाने, तीसरे दिन 3 उड़द के दाने। ये प्रक्रिया लगातार 41 दिन तक करें।
42 वे दिन से उड़द के दानों की संख्या 1-1 कम करते जाएं। जैसे- 42वें दिन 40, 43वें दिन 39 और 81वें दिन 1 दाना।
81 दिन तक यह उपाय लगातार और हूबहू करने से हनुमानजी सपने में आकर साधक (उपाय करने वाला) की मनोकामना पूरी कर सकते हैं।
81 दिन तक इकट्ठे हुए उड़द के दानों को नदी में प्रवाहित कर दें।