ज्योतिष शास्त्र की मानें तो भगवान गणेश का बुध ग्रह से स्ट्रांग रिलेशनशिप माना जाता है। एेसी मान्यता है कि जिस जातक की कुंडली में बुध ग्रह की अशुभ स्थिति हो तो गजानन की पूजा से उसकी कुंडली के सभी दोष मिट जाते हैं।
पौराणिक ग्रंथों में बप्पा को सदबुद्धि के देवता माना गया है, जिस कारण इन्हें बुध ग्रह के अधिपति भी कहा जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वैसे तो गणेश जी का संबंध हर ग्रह से है, लेकिन बुध ग्रह से इनका संबंध कुछ ज्यादा गहरा है। तो आइए आपको बताते हैं इससे जुड़ी कुछ खास बातें-
उपाय
बुधवार के दिन गाय को हरी घास खिलाने से भी गणपति की कृपा होती है और बुध दोष का प्रभाव कम होता है।
इस दिन गणपति को सिंदूर चढ़ाएं। इससे सभी परेशानियां दूर हो जाएंगी।
इस दिन स्नान करके मंदिर में गणेश जी को दूर्वा चढ़ाएं। दूर्वा की 11 या 21 गांठ चढ़ाने से फल जल्दी मिलता है।
इसके अलावा भगवान गणेश का संबंध बुध ग्रह से है, इस दिन भगवान गणेश की आराधना करने से बुध ग्रह के दोष शांत होते हैं।
पूजा के लाभ
कहा जाता है कि इस दिन गणेश की पूजा से बुध ग्रह दोष के साथ-साथ उसकी नकारात्मकता खत्म हो जाती है।
इसके साथ ही सभी शत्रुओं और विरोधियों का नाश हो जाता है व जीवन की समस्त बाधाओं और परेशानियों से भी मुक्ति मिल जाती है।